ग्वालियर(देसराग)। ग्वालियर-चम्बल संभाग के सबसे बड़े अस्पताल जयारोग्य में लापरवाही के मामले में कार्रवाई हुई है। जीवित मरीज को मृत बताने के मामले में अधीक्षक ने दो नर्सों को सस्पेंड कर दिया, जबकि एक वार्ड बॉय को हटा दिया है। वहीं डॉक्टर को नोटिस जारी किया गया है।इसके साथ ही जयारोग्य अस्पताल में एक सप्ताह में दूसरी बार लापरवाही का एक और सनसनीखेज मामला सामने आया है।
15 मिनट तक बिना ऑक्सीजन के पड़ा रहा मरीज
शिव कुमार उपाध्याय ब्रेन हेमरेज का मरीज है, वह न्यूरो सर्जरी की आईसीयू में भर्ती था। रात में एक वार्ड बॉय ने मृत बातकर ऑक्सीजन और वेंटिलेटर हटा दिया। जिसके बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया। वरिष्ठ डॉक्टर मौके पर पहुंच गए तो देखा कि मरीज की सांसें चल रही थीं। इसके बाद डॉक्टरों ने उसे दोबारा से लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा। परिजनों का आरोप है कि लगभग 15 मिनट तक मरीज बिना ऑक्सीजन और वेंटीलेटर के बेड पर पड़ा रहा।
जिंदा महिला को बताया था मृत
अभी हाल में जयारोग्य अस्पताल के ट्रामा सेंटर में एक जिंदा मरीज को मृत बताकर पोस्टमार्टम हाउस भिजवा दिया था। जब परिजनों ने देखा कि मरीज की सांसे चल रही है, तो उसके बाद हंगामा किया और उसके बाद उस मरीज को दोबारा से भर्ती किया गया। अस्पताल के अधीक्षक ने मामले पर एक्शन लेते हुए जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाई थी। यह मामला ठंडे बस्ते में गया ही नहीं था, कि अंचल के सबसे बड़े अस्पताल में दोबारा वही लापरवाही सामने आ गई।