भिंड(देसराग)। कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष रहे चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी ने चुनाव न लड़ने का ऐलान कर सभी को चौंका दिया है। चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी के इस ऐलान से हर कोई हतप्रभ है। ऐसे समय जब टिकट न मिलने से कांग्रेस और भाजपा दोनों के ही बागियों की फौज चुनाव मैदान में है, चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी के इस ऐलान के कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। दरअसल कल कांग्रेस नेता और पार्टी के स्टार प्रचारक कन्हैया कुमार ने भिंड में उनके समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित किया था। कांग्रेस ने चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी को भिंड विधानसभा सीट से पार्टी का प्रत्याशी घोषित किया है।
यह भी सच है कि वह इस बार अपने बेटे को टिकट दिलाने के लिए जतन कर रहे थे लेकिन पार्टी ने टिकट बेटे की जगह उन्हें दिया। हालांकि चुनाव से कई महीने पहले उन्होंने अपने बेटे चौधरी भारत सिंह चतुर्वेदी को प्रमोट किया था और एक बड़ी रैली उनके बेटे के नेतृत्व में निकाली गई थी। तभी से माना जा रहा था कि वह अपने बेटे को टिकट दिलाने के लिए प्रयासरत हैं। अपने भाषण में उन्होंने यह भी कहा कि इस बार वह जमीन माफिया, रेत माफिया और गैर कानूनी काम करने वालों को जेल भिजवा कर ही दम लेंगे। चंबल अंचल में भिंड विधानसभा सीट का अलग ही मिजाज है। यहां जातीय समीकरण भी प्रत्याशी की हार जीत में बड़ी भूमिका तय करते हैं। इस लिहाज से देखा जाए तो चुनावी समीकरण राकेश चौधरी के लिए मुफीद हैं, क्योंकि इस सीट से वह इकलौते ब्राह्मण प्रत्याशी हैं। भाजपा ने नरेंद्र कुशवाह, बहुजन समाज पार्टी ने संजीव कुशवाह दोनों ही क्षत्रिय हैं और आम आदमी पार्टी ने भी क्षत्रिय उम्मीदवार को ही चुनाव मैदान में उतारा है। बहरहाल उनके अगली बार चुनाव न लड़ने के ऐलान से यह साफ हो गया है कि वह अपनी राजनैतिक विरासत अपने बेटे भारत सिंह चतुर्वेदी को सौंपने जा रहे हैं।