ग्वालियर(देसराग)। 17 नवंबर को होने में जा रहे मतदान में अब सिर्फ तीन दिन बचे हैं। और अब तक कांग्रेस के मुकाबले कमजोर मानी जा रही भाजपा ने भी अपनी स्थिति सुधार ली है। कुछ ऐसी ही तस्वीर ग्वालियर जिले की दक्षिण विधानसभा सीट की है। यहां मुकाबला कांग्रेस के प्रवीण पाठक और भाजपा के नारायण सिंह कुशवाह के बीच है। इस मुकाबले में खास बात यह है कि इस सीट से चुनाव लड़ने का दावा करने वाले पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा पूरे परिदृश्य से बाहर हैं।
अनूप मिश्रा कहां हैं इसकी जानकारी भाजपा के नेताओं को भी नहीं है। तमाम हाथ पांव मारने के बाद भी अनूप मिश्रा टिकट हासिल नहीं कर पाए। हालांकि वह बागी तो नहीं हुए लेकिन उन्होंने पूरे चुनाव से दूरी बना ली है। नारायण सिंह कुशवाह के समर्थन में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी सक्रिय हैं लेकिन पूरी चुनावी पिक्चर से अनूप मिश्रा बाहर हैं। पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा की छवि ब्राह्मण नेता के रूप में भी है और कहा तो यह भी जा रहा है कि वह प्रवीण पाठक के समर्थन में पर्दे के पीछे रहकर ब्राह्मणों को लामबंद करने में जुट गए हैं। ब्राह्मणों को लाम बंद करने में उनकी कोशिशें कितनी कामयाब होगी यह तो चुनाव के नतीजे बताएंगे लेकिन अनूप की इन कोशिशें ने नारायण सिंह कुशवाह के लिए नई मुसीबत खड़ी कर दी है।