ग्वालियर(देसराग)। बात ज्यादा पुरानी नहीं है संसद में सोनिया गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच बातचीत को सभी ने देखा था और उसके बाद से ही गांधी परिवार और ज्योतिरादित्य सिंधिया के रिश्तों और उनके कांग्रेस में वापस जाने की अटकलों का दौर शुरू हो गया था। यह भी सही है, सिंधिया भले ही कमलनाथ की सरकार गिरा कर भाजपा में चले गए हों लेकिन उनके गांधी परिवार से रिश्तों में खटास नहीं आई। लेकिन आज प्रियंका गांधी ने ज्योतिरादित्य और उनके परिवार को ‘गद्दार’ तो नहीं कहा लेकिन यह जरूर कह दिया कि सिंधिया ने अपने परिवार की परंपरा को ही निभाया है। (यहां हम प्रियंका के भाषण की वीडियो लिंक भी दे रहे हैं)
चुनाव प्रचार के आखिरी दिन प्रियंका ने दतिया में कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र भारती के समर्थन में चुनावी सभा में ज्योतिरादित्य सिंधिया पर तल्ख़ टिप्पणियां कीं। सिंधिया की तरफ से इसका जवाब आना ही था, और आया भी। इससे कुछ महीने पहले ही ग्वालियर में चुनाव अभियान की शुरुआत के समय प्रियंका गांधी ने भाजपा को जमकर कोसा लेकिन कमलनाथ की सरकार गिराने वाले ऑपरेशन लोटस के अहम किरदार ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ एक शब्द नहीं कहा। उनकी सभा को सुनने वालों को उम्मीद थी कि प्रियंका सिंधिया के खिलाफ कुछ कहेंगी लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। अब तक अटकलें यही लगाई जा रही थी कि देर सबेर सिंधिया की कांग्रेस में वापसी हो सकती है। आज हुए घटनाक्रम से तो यही लगता है कि कांग्रेस में सिंधिया के लिए दरवाजे बंद हो गए हैं। वैसे राजनीति में संभावनाएं हमेशा बनी रहती हैं। हालांकि इससे पहले इंदौर में कांग्रेस नेता जयराम रमेश राहुल गांधी की मौजूदगी में कह चुके हैं कि कांग्रेस में सिंधिया की वापसी नहीं होगी। प्रियंका की टिप्पणी के बाद केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रियंका गांधी पर पलटवार करते हुए कहा कि वह पार्ट टाइम लीडर हैं। उन्होंने कहा कि काबिलियत को कद से तोलने वाले अहंकार का पाठ पढ़ाने से पहले खुद को आइने में देख लें। दतिया की चुनावी सभा में प्रियंका ने ज्योतिरादित्य सिंधिया से लेकर मोदी तक सभी पर तंज कसे। सिंधिया के बारे में उन्होंने कहा वह कद के छोटे है लेकिन उनका अहंकार बहुत बड़ा है। प्रियंका ने कहा जब ज्योतिरादित्य उत्तर प्रदेश में मेरे साथ काम कर रहे थे तो कार्यकर्ता शिकायत करते थे कि जो उन्हें महाराज नहीं कहते थे उनका वह काम नहीं करते थे।