ग्वालियर (देसराग)। ग्वालियर में अचलेश्वर मंदिर परिसर में मां दुर्गा माता की मूर्ति पर चढ़ाई गई साड़ियों को लेकर बवाल मच गया है। ट्रस्ट के पूर्व कोषाध्यक्ष व घी कारोबारी पर चढ़ावे की साड़ियां घर लेकर चले जाने का आरोप लगाया गया है। आरोप मंदिर निर्माण समिति के संयोजक व अचलेश्वर महादेव ट्रस्ट के पूर्व कार्यकारी न्यासी हरीबाबू शिवहरे ने लगाया है। उन्होंने एफआईआर दर्ज करने के लिए कंपू थाने में मामले की लिखित शिकायत की है।
उनका कहना है कि मामले की जांच अब पुलिस ही करे, जबकि पूर्व कोषाध्यक्ष का कहना है कि आरोप झूठे हैं। साड़ियां वहीं रखी हैं। रजिस्टर में एक-एक बात लिखी है।
पूर्व कार्यकारी न्यासी हरीबाबू शिवहरे ने बताया कि दुर्गा माता मूर्ति को श्रद्धालु मन्नत पूरी होने पर साड़ी अर्पित करके जाते हैं। इसे चढ़ावे की साड़ी कहा जाता है। यह साड़ियां शगुन की होती हैं। इनसे घर में बरकत आती है। पिछले कुछ समय से मंदिर न्यास के पूर्व कोषाध्यक्ष व घी कारोबारी रामनाथ अग्रवाल उन साड़ियों को अपने साथ ले जाते रहे हैं।
शनिवार 26 फरवरी की शाम रामनाथ दो गठरियों में साड़ियां बांधकर चुपचाप ले जा रहे थे। इसमें एक गठरी साड़ी, तो उनके द्वारा मंदिर से गायब कर दी, लेकिन दूसरी गठरी को वहां मौजूद कई व्यक्तियों के समक्ष पकड़ा गया। साड़ियों की गठरी न्यास कार्यालय में जमा कराई गई है। इसका फोटाे भी लिया गया। हरीबाबू का आरोप है कि रामनाथ लंबे समय से मंदिर से अनेकों वस्त्र, सामान चुपचाप से अपने साथ ले जाते हैं। हरीबाबू शिवहरे ने कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित सांघी से कार्रवाई की मांग की है।