भोपाल (देसराग)। मध्य प्रदेश में 20 महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर शिवराज सरकार ने तैयारियां तेज कर दी हैं। प्रदेश के विकास के लिए मंत्री समूहों की समितियां बनाई हैं। साथ ही इसी महीने 26-27 मार्च को मंत्रिमंडल की चिंतन बैठक आयोजित की गई है।
मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार का कार्यकाल अब पौने दो साल बचा है और चुनाव कार्यक्रम घोषित होने के बाद आचार संहिता लागू होने के पहले तक का समय सरकार के पास बचा है। इसे ध्यान में रखकर अब शिवराज सरकार ने विकास के रोडमैप को बनाने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके लिए मंत्री समूहों की समितियां बनाई हैं, जिन्हें अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई है। इसके आधार पर प्रदेश के विकास की दिशा में काम किए जाएंगे। इसके साथ ही सरकार ने प्रदेश में विकास के लिए कान्हा में 26 व 27 मार्च को बैठक आयोजित की गई है। इसका एजेंडा बनाने की जिम्मेदारी मंत्री नरोत्तम मिश्रा, भूपेंद्र सिंह और विश्वास सारंग को सौंपी गई है।
सरकार की मंत्री समूह की ये हैं समितियां
स्वास्थ्य समिति:
प्रभूराम चौधरी, रामखिलावन पटेल, सुरेश धाकड़, तुलसी सिलावट।
रविदास जयंती की घोषणाओं पर अमल के लिए बनाई गई समिति:
प्रभूराम चौधरी, प्रेमसिंह पटेल, जगदीश देवड़ा।
कन्या विवाह समिति:
कमल पटेल, तुलसीराम सिलावट, प्रेम सिंह पटेल।
गोवर्धन योजना के लिए समिति:
डॉ.नरोत्तम मिश्रा, ओम प्रकाश सकलेचा, प्रेमसिंह पटेल।
गाँव-गौरव दिवस के लिए समिति:
भूपेंद्र सिंह, रामकिशोर कावरे।
कर्मचारियों से संवाद के लिए समिति:
अरविंद भदौरिया, विश्वास सारंग।
तीर्थ दर्शन योजना की समिति:
उषा ठाकुर, गोविंद सिंह राजपूत।
शहरी, ग्रामीण प्रधानमंत्री आवास समिति:
भूपेंद्र सिंह, महेंद्र सिंह सिसोदिया।
लाडली लक्ष्मी योजना की समिति:
यशोधरा राजे सिंधिया, उषा ठाकुर, मीना सिंह, डॉ.विजय शाह, कमल पटेल।
राशन वितरण की समिति:
बिसाहू लाल सिंह, प्रद्युमन सिंह तोमर, अरविंद भदौरिया।
सीएम राइज स्कूल की समिति:
इंदर सिंह परमार, रामकिशोर कांवरे।
जल जीवन मिशन की समिति:
गोपाल भार्गव, ब्रजेंद्र यादव, जगदीश देवड़ा।