नगर पालिका ने मनाया नगर गौरव दिवस (सिटी-डे)
भिण्ड (मिजाजीलाल जैन/देसराग)। देश की आजादी के लिए अपना जीव होम देने वाले पूर्व विधायक एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व.रघुवीर सिंह कुशवाह “बाबूजी” ने भिण्ड शहर और जिले की माटी को अपने असाधारण कार्यों से ना सिर्फ मान दिया, बल्कि एक अलग पहचान भी दिलाई। सही मायने में वह चम्बल अंचल के महानायक थे, जिन्होंने आजादी की लड़ाई में अंग्रेजी हुकूमत के दांत खट्टे किए। जिले के निर्माण में उनके योगदान को नजरांदाज नहीं किया जा सकता। यह बात नगर पालिका परिसर में आयोजित नगर गौरव दिवस (सिटी-डे) के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि सहकारी एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री डाक्टर अरविन्द सिंह भदौरिया ने कही। नगर गौरव दिवस समारोह में विशिष्ठ अतिथि रुप में नगरीय प्रशासन राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया, राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त बीज निगम उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह कुशवाह उपस्थित रहे, जबकि समारोह की अध्यक्षता विधायक संजीव सिंह कुशवाह ने की। कार्यक्रम में स्वतंत्रता संग्राम संनानी स्व.रघुवीर सिंह कुशवाह के परिजन सहित कलेक्टर एवं प्रशासक नगर पालिका डाक्टर सतीश कुमार एस, पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र सिंह चौहान, मुख्य नगर पालिका अधिकारी सुरेन्द्र शर्मा विशेष रुप से उपस्थित थे।
शहीदों के नाम पर रखे जाएंगे सड़कों के नाम
सहकारिता मंत्री डा. अरविंद सिंह भदौरिया ने कहा बाबूजी अकेले व्यक्ति नहीं थे। वे अन्याय के खिलाफ संघर्ष का माद्दा रखने का विचार थे। सहकारिता मंत्री ने कहा कि वर्ष 1977 में स्वर्गीय रघुवीर सिंह कुशवाह बाबूजी हमें छोड़कर गए। उन्होंने कहा कि जब स्कूल में पढ़ता था तब बाबूजी का नाम सुनता था। कालेज में छात्रसंघ का चुनाव लड़ा, तो बाबूजी के संघर्ष के किस्से सुनने को मिले। सहकारिता मंत्री डा. भदौरिया ने भिंड विधायक से कहा कि मैं आपसे आग्रह भी कर रहा हूं और निर्देश भी दे रहा हूं कि शहर की कोई एक सड़क का नाम बाबूजी के नाम पर रखा जाए, ताकि लोग लंबे समय तक उन्हें स्मरण करते रहें।
मुख्यमंत्री की पहल भिंड में साकार हुई
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृहगांव जैत से शुरू किए गए गौरव दिवस को मनाने की पहल भिंड में साकार हुई। समाजवादी नेता पूर्व विधायक स्वर्गीय रघुवीर सिंह कुशवाह बाबूजी के जन्मदिवस चार मार्च को नगर गौरव दिवस के रूप में मनाया गया। विधायक संजीव सिंह कुशवाह ने कहा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की यह अनूठी पहल है। विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री ने नगर गौरव दिवस मनाने की अच्छी शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि हर शहर का अपना एक अतीत और गौरव होता है। मुख्यमंत्री की यही सोच है कि उस अतीत को गौरव दिवस के रूप में मनाना चाहिए। गौरव दिवस के लिए संघर्ष और निर्विवादता का नाम निकलकर सामने आया, तो वह नाम था पूर्व विधायक स्वर्गीय रघुवीर सिंह कुशवाह बाबूजी का। विधायक ने कहा बाबूजी की प्रतिमा भी हमारे प्रांगण में लगी हुई है।
बाबूजी कवि और लड़ाके दोनों थेः ओपीएस
राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया ने कहा भिंड विधायक को धन्यवाद देना चाहता हूं। उन्होंने जिले में सबसे पहले नगर गौरव दिवस मनाने का गौरव हासिल कर लिया। उन्होंने देश की महान शख्सियत पूर्व विधायक स्वर्गीय रघुवीर सिंह कुशवाह बाबूजी के अवतरण दिवस को गौरव दिवस के लिए चुना। देश की आजादी की लड़ाई में बाबूजी का योगदान अविस्मरणीय रहा है, जब तक भिंड रहेगा बाबूजी का नाम रहेगा। एक विपरीत समानता उनके अंदर थी, जो बहुत कम होती है। वो कवि भी थे और लड़ाके भी थे। क्योंकि कवि का जो ह्दय होता है, वो बहुत सरल और सहज होता है। बाबूजी ने संदेश दिया कि वक्त आ जाए तो वह तलवार भी उठा लेता है।
स्थानीय कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ
नगर गौरव दिवस के मौके पर नगरपालिका परिसर में ही स्थानीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें देश के ख्यात कहानीकार ए.असफल, अंजुम मनोहर आदि मौजूद रहे। प्रथम नगर गौरव दिवस समारोह में स्वर्गीय रघुवीर सिंह कुशवाह की बेटी कांति देवी, लक्ष्मी देवी, पुत्र अवधेश सिंह कुशवाह , राजेश सिंह कुशवाह के साथ दीपिका सिंह मौजूद रहीं।
इनका हुआ सम्मान
नगर गौरव दिवस के इस समारोह में देश की सुरक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर सैनिकों की वीरांगनाओं, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के अलावा विभिन्न क्षेत्रों में अनुकरणीय योगदान देने वाली प्रतिभाओं और साहित्यकारों को सम्माप पत्र के साथ शाल श्रीफल देकर सम्मानित किया गया। शहीदों की वीरांगनाओं और उनके परिजनों को सम्मानित करते हुए सहकारिता मंत्री ने कहा शहीद परिवारों के लोग यहां बैठे हैं। शहीदों ने नहीं सोचा कि पत्नी का क्या होगा। बेटी का क्या होगा। अब हमारा फर्ज है कि कोई भी भवन बना रहे हैं। सरकार के निर्माण कार्य कर रहे हैं, तो उनका नाम शहीदों के नाम पर रखें।
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