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Sunday, Sep 24, 2023
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राजनीति

“मामा” के “पंडित जी” को “राम बाई” ने क्यों दी “चुनौती”?

भोपाल (देसराग)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार में लोक निर्माण मंत्री पंडित गोपाल भार्गव को हमेशा अपने बयानों से हमेशा सुर्खियों में रहने वाली बहुजन समाज पार्टी की विधायक राम बाई सिंह परिहार ने रहली से चुनाव लड़ने की चुनौती देकर सियासत में हलचल पैदा कर दी है।
रामबाई के निशाने पर गोपाल भार्गव
दरअसल अपने बयानों से हमेशा चर्चा में रहने वाली रामबाई ने इस बार शिवराज सरकार के मंत्री गोपाल भार्गव पर निशाना साधा है, हालांकि सीधे तौर पर उन्होंने कुछ नहीं कहा है, लेकिन लोक निर्माण मंत्री पंडित गोपाल भार्गव के विधानसभा क्षेत्र रहली में एक कार्यक्रम के दौरान पथरिया विधायक रामबाई ने इस बार रहली विधानसभा से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की है। रामबाई रहली के पटना बुजुर्ग में कांग्रेस नेता और जिला पंचायत सदस्य ज्योति पटेल द्वारा अपने पिता की स्मृति में आयोजित क्रिकेट समारोह के समापन कार्यक्रम पहुंची थीं और बातों ही बातों में उन्होंने रहली से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर करते हुए उपस्थित लोगों से रजामंदी ली।
लगातार आठ बार जीते गोपाल भार्गव
शिवराज सरकार के कद्दावर मंत्री गोपाल भार्गव को बुंदेलखंड के अजेय योद्धा के नाम से नवाजा जाता है। 1985 से रहली विधानसभा से लगातार चुनाव जीतते आ रहे गोपाल भार्गव को हराने के लिए विपक्षी दल हर तरह के हथकंडे अपना चुके हैं, फिर भी गोपाल भार्गव लगातार आठ बार से विधानसभा चुनाव जीतते आ रहे हैं। लेकिन इस बार उन्हें उनकी पड़ोसी विधानसभा पथरिया से बसपा विधायक रामबाई परिहार ने एक तरह से चुनौती दी है और उनके विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है।
मंत्री के हस्तक्षेप से नाराज है बसपा विधायक
विधायक रामबाई के बयान को लेकर सियासी गलियारों में यह चर्चा है कि कुछ दिनों पहले पथरिया विधानसभा के सोनकिया शाहपुर के ग्राम सतौआ के एक दंपति लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव के पास शिकायत लेकर पहुंचा था। शिकायत में कहा गया था कि, तीन माह पहले प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास स्वीकृत हुआ था, जिसके एवज ग्राम पंचायत सचिव शिव पटेल एवं सहायक सचिव निरंजन तिवारी ने 10 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। इस बात पर गोपाल भार्गव ने जनपद पंचायत सीईओ को फटकार भी लगाई थी, लेकिन रामबाई को अपनी विधानसभा में मंत्री का हस्तक्षेप नहीं भाया और उन्होंने गोपाल भार्गव के क्षेत्र में पहुंचकर वहीं से चुनाव लड़ने की इच्छा जता डाली।
जीत-हार किस्मत का खेल
अपने बयान में रामबाई ने कहा है कि जीत हार सब किस्मत का खेल है। हमारी समाज के लोग तो मेरे साथ है, अगर कुर्मी समाज हमारा साथ दे, तो सत्ता परिवर्तन हो या न हो पर विधायक परिवर्तन जरूर हो जाएगा। वहीं सतौआ मामले में विधायक रामबाई का कहना है कि, वो लोग सबसे पहले मेरे पास आए थे, जिस अधिकारी द्वारा रिश्वत ली थी, वो पैसे भी मैंने वापस कराए थे। उन्होंने कहा कि, मेरी विधानसभा में दूसरी विधानसभा से कम ही ऐसे मामले सामने आते है और शिकायत मिलती है, तो पैसा भी वापस कराती हूं।

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