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Monday, Oct 2, 2023
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राजनीति

तो बदल रही है चंबल अंचल की सियासत!

ग्वालियर(देसराग)। ग्वालियर-चंबल अंचल में पहली बार कांग्रेस नेता की जयंती को भाजपा न केवल मनाया बल्कि इस अवसर पर आयोजित समारोह में सत्ता और संगठन के मुखिया यानि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा सहित केन्द्र से लेकर राज्य सरकार के मंत्रियों ने शिरकत कर स्व. माधवराव सिंधिया की छतरी पर नतमस्तक होकर नमन किया। सर्वविदित है कि कांग्रेस को अलविदा कहने और भाजपा में शामिल होने से लेकर राज्यसभा सांसद और फिर केन्द्रीय मंत्री बनने तक के सफर के बाद जिस तरह से ग्वालियर-चम्बल की सियासत में केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का कद दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। माना जा रहा कि गाहे-बगाहे ही सही इस अंचल की सियासत में भाजपा ने भी सिंधिया के नेतृत्व को स्वीकार कर लिया है। यही वजह है कि सत्ता और संगठन के बड़े-बड़े क्षत्रप ग्वालियर पहुंचे।
एकजुट हुए बुआ-भतीजा
स्व .सिंधिया की इस जयंती पर सिंधिया परिवार की राजनीति पूरी तरह बदली नजर आ रही है। पिछले कई सालों से सिंधिया परिवार दो गुटों में बटा हुआ था। लेकिन केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को भाजपा में शामिल होने के बाद अब बुआ और भतीजा एक ही परिवार का हिस्सा हैं। यही वजह रही कि बरसों बाद पहली बार माधवराव सिंधिया की जयंती पर पर सिंधिया परिवार एकजुट दिखाई दिया।
बदली ग्वालियर-चंबल की सियासत
ग्वालियर-चंबल अंचल की सियासत अब लगातार बदल रही है और इसकी एक तस्वीर आज ग्वालियर में देखने को मिली। आज माधवराव सिंधिया की जयंती के मौके पर ना सिर्फ कांग्रेस , बल्कि भाजपा के तमाम बड़े दिग्गज नेताओं ने उनकी छतरी पर पहुंचकर पुष्पांजलि अर्पित की। इससे पहले बीजेपी की तरफ से कोई भी नेता स्व.सिंधिया को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए नहीं जाता था और इसका सबसे बड़ा कारण था कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का कांग्रेसी होना लेकिन जब से ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा में शामिल हुए हैं उसके बाद भाजपा ने उनके पिता माधवराव सिंधिया को भी अपना नेता मान लिया है। यही कारण है कि अब कांग्रेस नेता माधवराव सिंधिया की पुण्यतिथि और जयंती पर सबसे ज्यादा भाजपा नेता ही शामिल होते हैं।
बड़े-बड़े क्षत्रप पहुंचे ग्वालियर
पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय माधवराव सिंधिया की 77वीं जयंती के अवसर पर आयोजित भजन संध्या में शामिल होने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने छतरी पहुंचकर सर्वप्रथम राजमाता एवं श्रीमती विजयाराजे सिंधिया एवं स्वर्गीय माधवराव सिंधिया की छतरी पर नमन किया तथा उनके चित्र पर माल्यार्पण किया। खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भजन संध्या में शामिल हुए और ऐसा पहली बार देखने को मिला जब कांग्रेस नेता स्वर्गीय माधवराव सिंधिया की जयंती पर भाजपा एकजुट हुई। इस अवसर पर केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रदेश सरकार की खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया, ग्वालियर जिले के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट, प्रदेश सरकार के मंत्रीगण डॉ.प्रभुराम चौधरी, प्रद्युम्न सिंह तोमर, गोविंद राजपूत, ओपीएस भदौरिया, सांसद विवेक नारायण शेजवलकर, भिंड सांसद श्रीमती संध्या राय, पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया, अनूप मिश्रा, रुस्तम सिंह, श्रीमती माया सिंह, पूर्व विधायक रसाल सिंह, मध्य प्रदेश बीज विकास निगम के अध्यक्ष मुन्नालाल गोयल, अध्यक्ष लघु उद्योग निगम श्रीमती इमरती देवी, दंदरौआ सरकार के महंत श्रीराम दास जी महाराज, संत कृपाल सिंह सहित अन्य सभी धर्म गुरु सहित बड़ी संख्या में भाजपा के कार्यकर्ता एवं शहर के गणमान्य नागरिकों ने उपस्थित रहकर स्व. सिंधिया को नमन कर पुष्पांजलि अर्पित की।
सियासत को चमकाने के लिए बीजेपी की चाल
पहले माधवराव सिंधिया की पुण्यतिथि या जयंती पर कांग्रेस पार्टी पहुंचती थी लेकिन भाजपा की तरफ से कोई भी व्यक्ति नहीं जाता था। वहीं अब कांग्रेस पार्टी का आरोप है कि भाजपा अपनी राजनीति को चमकाने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। कांग्रेस का कहना है कि माधवराव सिंधिया कांग्रेस के नेता थे और रहेंगे।

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