ग्वालियर(देसराग)।राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग ने निरंजन देव भारद्वाज को पर्यावरण, क्लाइमेट चेंज और मानव अधिकार कोर एडवाइजरी कमिटी में सदस्य मनोनीत किया है।
29 वर्षीय निरंजन देव भारद्वाज को देश विदेश में एक युवा पर्यावरणविद् के रूप में जाना जाता है।निरंजन देव भारद्वाज की दो पुस्तकें पर्यावरण नैतिकता और पर्यावरण रेनेंसेंस को राष्ट्रीय पुस्तक न्यास ने भी प्रकाशित किया है। उन्होंने नवंबर 2021 में यूरोपियन संसद, काउंसिल ऑफ यूरोप में भारत का प्रतिनिधित्व किया था और उनके उद्बोधन को बहुत सराहा गया था। गौरतलब है कि निरंजन देव भारद्वाज कई देश जैसे ईरान, उज़्बेकिस्तान, नेपाल ,थाईलैंड में भी पर्यावरण संरक्षण पर व्याख्यान दे चुके हैं।
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग की इस समिति में पद्मश्री एमसी मेहता, पद्मश्री सुंदरम वर्मा, पद्मश्री पैट्रिसिया मुखिम, पूर्व राजनयिक डॉ प्रमोद कांत जैसे दिग्गज भी शामिल हैं। इस समिति का कार्य पर्यावरण क्षेत्र में भारत सरकार के द्वारा जिन अंतरराष्ट्रीय समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं, उनका अध्ययन एवं संबद्ध प्राधिकरणों को इनको लागू करने हेतु सलाह प्रदान करना भी है।
उल्लेखनीय यह भी है कि निरंजन देव भारद्वाज को enlighten world foundation ( एनलाइटन वर्ल्ड फाउंडेशन) बांग्लादेश ने वर्ष 2021 में पर्यावरण के क्षेत्र में यंग लीडर अवार्ड से और JCI ग्वालियर ने outstanding Young Person( आउटस्टैंडिंग यंग पर्सन ) अवार्ड 2020 से भी सम्मानित किया जा चुका है।निरंजन देव डॉ. अर्चना भारद्वाज पूर्व प्राचार्य, केआरजी कॉलेज और डॉ. सोम देव भारद्वाज संगठन मंत्री विज्ञान भारती, उत्तर प्रदेश के पुत्र हैं और प्रोफेसर जीपी शर्मा , अध्यक्ष, एनबीटी, भारत सरकार के भतीजे हैं।