ग्वालियर (देसराग)। कांग्रेस विधायक डॉ.गोविंद सिंह ने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है। भाजपा सरकार के संरक्षण में जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है, यह आरोप नहीं सच्चाई है। भ्रष्टाचार के प्रमाण साबित हो चुके हैं, खजाने से पैसा निकालने और जमा करने के दस्तावेज मौजूद हैं।
प्रदेश में भ्रष्टचार चरम पर
डॉ.गोविंद सिंह ने विधानसभा में भ्रष्टाचार को लेकर मुद्दा उठाया था, इसको लेकर जब उनसे बात की गई, तो उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार के नेता भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को भाजपा के नेता संरक्षण दे रहे हैं, क्योंकि वे उनके रिश्तेदार हैं। किसानों को मुआवजे के तौर पर मिलने वाली 20-22 करोड़ रुपये की राशि राजस्व अधिकारियों और खजाने के अधिकारियों ने मिलकर हड़प ली। फर्जी लोगों के नाम भेज दिए हैं, जिन गांव में ओले नहीं पड़े उन गांव में भी राशि का वितरण किया गया है।
दो साल लड़ी किसानों की लड़ाई
गोविंद सिंह ने कहा कि हमने 2 साल किसानों की लड़ाई लड़ी। जब विधानसभा में सवाल उठाया तब जाकर पटवारी,गरीब अनुसूचित जाति के लोगों पर एफआईआर की गई। फर्जी चौकीदारों के नाम से लाखों रुपए निकाले गए। उन्होंने बताया कि इसके लिए भिंड गोहद के आहरण वितरण अधिकारी जिम्मेदार हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है। सिंह ने कहा कि वह भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के रिश्तेदार हैं, इसलिए उनको नेताओं का संरक्षण प्राप्त है।
काम नहीं किया इसलिए हारे
कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे कांग्रेस विधायक डॉ.गोविंद सिंह जब मंत्री से पांच राज्यों में कांग्रेस को मिली करारी हार के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने बस इतना ही कहा कि वहां हमने काम नहीं किया, इसलिए हार गए।