मुरैना(देसराग)। अटल प्रोग्रेस वे जद में आ रहे चंबल के गांव के किसानों के सामने आई मुश्किलों के सवाल पर मध्य प्रदेश किसान सभा द्वारा निकाली गई चंबल बचाओ बाइक जत्था यात्रा का समापन हो गया। यह यात्रा अटेर, अंबाह, जौरा, सबलगढ़, श्यामपुर से शुरू हुई दो-तीन दिनों में अटल प्रोग्रेस वे के रूट पर आने वाले 139 गांव में किसानों से रूबरू हुई। किसानों की सभाएं हुई किसानों ने अपनी समस्याएं जत्थे के समक्ष रखी और एकता बनाकर संघर्ष का संकल्प लिया।
आज यात्राओं का पांच स्थानों के अंतिम तौर पर सबलगढ़, जोरा, अंबाह, श्योपुर कलां और अटेर में समापन हो गया। अब 14 मार्च को समस्याओं और मांगों को लेकर ज्ञापन दिया जाएगा।
मध्य प्रदेश किसान सभा के नेता अशोक तिवारी ने बताया कि अटल प्रोग्रेस वे से प्रभावित होने वाले 10 हजार उन किसान परिवारों को जिनके पास भूमि स्वामी स्वत्व है। उन्हें भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के अनुसार बाजार मूल्य से तीन से 5 गुना मुआवजा दिए जाने, शासकीय बीहड की भूमि पर पीढ़ियों से खेती कर रहे किसान परिवारों को जिनकी संख्या लगभग 30 हजार है, को जमीन देने, नये सिरे से नोटिफिकेशन जारी कर किसानों से दावे आपत्ति लेने, बड़े बड़े गांवों पर कट (प्रवेश स्थल) की व्यवस्था करने, जो किसानों जमीन के बदले दोगुनी जमीन ले रहे हैं उनको जमीन को विकसित करने के लिए 1लाख प्रति बीघा खेती के लिए आर्थिक सहायता या मुआवजा देने सहित स्थानीय समस्याओं का निराकरण करने की भी मांग को लेकर तहसील मुख्यालयों पर एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम दिए जाएंगे।
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