देसराग डेस्क
भोपाल। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को हराने में कांग्रेस के बूथ, मंडलम् और सेक्टर इकाइयों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया था। आने वाले 2023 के विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने एक बार फिर बूथ मंडलम् और सेक्टर इकाई के पुनर्गठन का काम शुरू किया है। प्रदेशभर में कांग्रेस ने इन इकाइयों में नियुक्तियों का काम लगभग पूरा कर लिया है।
रिपोर्ट सौंपने के बाद होगी ट्रेनिंग
बूथ, मंडलम् और सेक्टर कमेटियों के सह प्रभारी जितेंद्र मिश्रा का कहना है कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के कारण प्रदेश मे इन समिति में नियुक्तियों की रिपोर्ट कमलनाथ को नहीं सौंपी जा सकी थी। अब जल्द ही पीसीसी चीफ कमलनाथ को मध्यप्रदेश में समितियों में नियुक्ति की पूरी रिपोर्ट दे दी जाएगी। रिपोर्ट सौंपने के बाद समितियों के प्रशिक्षण का काम शुरू किया जाएगा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने सभी जिला अध्यक्षों को अल्टीमेटम दिया था कि 25 फरवरी तक यह काम पूरा कर लें। जिन जिलों में नियुक्तियां नहीं होंगी, उनके जिला अध्यक्षों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
क्या जिम्मेदारी होगी इन इकाइयों की
कांग्रेस में जिला कांग्रेस कमेटी के बाद ब्लॉक अध्यक्ष होता है, ब्लॉक अध्यक्ष के नीचे मंडलम् और उसके नीचे सेक्टर का गठन किया गया है। मंडलम् में पहले 25 बूथ हुआ करते थे। अब हर मंडलम् में 12 से 15 बूथ होंगे। इसी तरह 10 बूथ पर एक सेक्टर हुआ करता था। अब तीन से पांच बूथ पर एक सेक्टर होगा।
मिशन 2023 पार्टी का लक्ष्य
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता का कहना है कि मध्यप्रदेश में मिशन 2023 के तहत पार्टी पूरी तैयारी के साथ सक्रिय है। केंद्रीय नेतृत्व द्वारा भेजे गए प्रभारी सचिवों ने जिलों में जाकर बैठकें लेकर सेक्टर और मंडलम् के पुनर्गठन की समीक्षा की है। 2018 की विधानसभा चुनाव की तरह इस बार भी सेक्टर मंडलम् को पूरी तरह मजबूत किया जा रहा है। सभी सक्रिय सदस्यों को कांग्रेस से जोड़ने का काम हो रहा है।