ग्वालियर (देसराग)। ग्वालियर केन्द्रीय जेल में हत्या के प्रयास और आर्म्स एक्ट की धाराओं में बंद विचाराधीन कैदी की इलाज के दौरान मौत हो गई है। कैदी की मौत से नाराज उसके परिजनों ने चक्का जाम कर दिया। पुलिस ने कैदी के परिवारजनों को मौत की सूचना दे कर शव का पोस्टमार्टम कराया।
दरअसल सोमवार की देर रात मुरार क्षेत्र के निवासी देवेन्द्र उर्फ लल्ला की जयारोग्य अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया था। केन्द्रीय जेल में मौत की सूचना मिलने पर आक्रोषित परिजनों एवं समाज ने बारादरी चौराहे मुरार पर चक्काजाम कर दिया। चक्काजाम की जानकारी मिलते ही पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल घटना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिजनों से चर्चा कर ढांढस बंधाया। उन्होंने मौके पर मौजूद अनुविभागीय दण्डाधिकारी ग्वालियर से चर्चा कर प्रकरण की न्यायिक जांच कराने, मृतक की पत्नी को नौकरी प्रदान करने, परिजनों को शासन से 4 लाख की आर्थिक सहायता प्रदान करने, मुरार पुलिस पर लगाये गये प्रताड़ना के आरोपों की निष्पक्ष जांच कराने की बात कही। यह आश्वासन मिलने के बाद परिजनों ने चक्का जाम समाप्त किया। इस मौके पर एसडीएम अशोक चौहान, सीएसपी रत्नेश तोमर, तहसीलदार कुलदीप दुबे, टीआई मुरार आदि उपस्थित थे।
कैदी देवेंद्र उर्फ लल्ला के सीने में दर्द और जलन होने पर जेल प्रशासन द्वारा उसे जयारोग्य चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था, जहां उसने सुबह दम तोड़ दिया। कैदी मुरार के लेदर फैक्ट्री का रहने वाला था और केन्द्रीय जेल में 17 फरवरी 2022 से बंद था। कैदी की मौत के बाद पुलिस और जेल प्रशासन द्वारा कैदी के शव का पोस्टमार्टम कराया। साथ ही कैदी की मौत के सही कारणों का पता लगाने के लिए जांच पड़ताल की जा रही है।
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