मुरैना(देसराग)। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के शराबबंदी को लेकर दिमनी से कांग्रेस विधायक का बड़ा बयान सामने आया है। विधायक रविंद्र तोमर ने उमा भारती के मुद्दे को सही ठहराया है। उनका कहना है कि प्रदेश में पूरी तरह से शराब बंद होना चाहिए। जहरीली शराब से प्रदेश में कई घर तबाह हो गए हैं। मुरैना में 29 लोगों की मौत हाल ही में हुई थी। शराब पीने वालों का परिवार यातना में रहता है। उन्होंने कहा सरकार को उमा भारती के शराबबंदी अभियान में शामिल होना चाहिए।
पार्टी में उमा की उपेक्षा
अपने बयान में विधायक ने कहा प्रदेश में जब भाजपा की सरकार आई थी तब उमा भारती ही सर्वोपरि थीं। अब प्रदेश हित में उठाई जा रही आवाज से पार्टी में उमा भारती की उपेक्षा हो रही है। उनकी बात नहीं सुनी जा रही है। उमा ने सरकार को हाशिए पर लाकर खड़ा कर दिया है। अगर शराबबंदी पर सरकार विचार करती है तो प्रदेश के कई घरों को बर्बाद होने से बचाया जा सकता है।
उल्लेखनीय है कि जब पहली बार शराबबन्दी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का बयान आया था तब सबसे पहले उनका समर्थन पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के अनुज और कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने किया था। उमा भारती द्वारा की गई शराबबंदी की घोषणा ने सूबे के सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। उमा भारती ने ये भी कहा था कि अगर लोगों ने उनकी नहीं मानी तो फिर वो शराब बंदी के खिलाफ सड़क पर उतरेंगी। उमा के इस बयान के बाद भाजपा में हलचल तेज हो गई थी। साथ ही, विपक्ष का समर्थन भी उन्हें मिल रहा था। तब पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई और कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने कहा था कि, ‘शराबबंदी’ के जरिये असफलताओं से ध्यान हटाया जा रहा है। इसके बजाय भू-माफियाओं के विरूद्ध मोर्चा खोलें, तो मैं खुद लट्ठ लेकर उनके साथ चलूंगा।
इस बार करके रहूंगी ‘शराबबंदी’
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा कि शिवराजजी और वीडी शर्माजी का मानना है कि जागरूकता अभियान के जरिये शराबबंदी की जा सकती है। लेकिन, मेरा मानना है कि, इसे बिना लट्ठ के नहीं किया जा सकता। मैं लोकतंत्र का पालन करूंगी। शराबबंदी के लिए जागरूकता अभियान से काम चलाऊंगी। यदि फिर भी लोग नहीं माने तो फिर सड़क पर उतरूंगी।