ग्वालियर (देसराग)। कोरोना संक्रमण की पाबंदियां हटने के बाद भी ग्वालियर में कांग्रेस विधायक विधायक डाक्टर सतीश सिंह सिकरवार और कार्यकर्ताओं ने होली नही खेली। उन्होंने होली ना खेलने का कारण जेल बन्द कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लगाए गए झूठे मुकदमे प्रशासन के आश्वासन के बावजूद वापस नहीं लिए जाने के विरोध स्वरुप ऐसा किया गया है। कांग्रेस विधायक ने अपने साथियों की रिहाई होने के बाद ही होली मनाने का फैसला लिया है।
यह है पूरा मामला
ग्वालियर में बीते दिनों 70 साल पुरानी हजीरा सब्जी मंडी को स्थानांतरित किए जाने को लेकर कांग्रेस द्वारा चलाए जा रहे आन्दोलन के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया तथा नरेन्द्र सिंह तोमर के पुतले दहन करने के दौरान हुई छीनाछपटी में एक उप पुलिस निरीक्षक दीपक गौतम के झुलसने की घटना सामने आई थी। घटना में पुलिसकर्मी बुरी तरह जल गया था। इस मामले में एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं पर हत्या के प्रयास का आरोप लगा है। कई कार्यकर्ता 45 दिन से जेल में बंद है। कांग्रेस पार्टी ने धरना-प्रदर्शन कर मामले को रफा-दफा करने का भी प्रयास किया था। लेकिन मामला हल नहीं हो सका। एनएसयूआई कार्यकर्ताओं पर 307 का प्रकरण दर्ज है और वे फिलहाल जेल में हैं। इसी मामले को लेकर कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार ने होली का पूरी तरह से बहिष्कार किया है।
भाजपा पर लगाया आरोप
कांग्रेस विधायक ने भाजपा पर दमनकारी नीतियां अपनाने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जबरन झूठे मामले में फंसाने का भी आरोप लगाया है। प्रदेश में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिनमें कांग्रेस कार्यकर्ताओँ पर हुई कार्रवाई की पार्टी विरोध कर रही है। इसी को लेकर कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार ने होली नहीं खेलने के लिए होर्डिंग लगाकर होली का बहिष्कार करने का फैसला लिया।