भोपाल (देसराग)। मध्यप्रदेश पुलिस में फेरबदल होना तय है। यह फेरबदल भाजपा सरकार के चिंतन शिविर के बाद संभावित है। इसमें कई जिलों के पुलिस कप्तानों के अलावा कई अन्य आईपीएस अफसरों की नए सिरे से पदस्थापनाएं की जाएंगी। इसकी वजह है पुलिस के नए मुखिया सुधीर सक्सेना के हिसाब से अफसरों की पदस्थापनाएं की जाना। इसके अलावा मैदानी स्तर पर कई रिक्त पड़े राज्य पुलिस सेवा के पदों पर भी पदस्थापनाएं की जानी हैं। इसके संकेत खुद प्रदेश पुलिस के मुखिया सुधीर कुमार सक्सेना ने बीते रोज पुलिस अफसरों के साथ की गई वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान दिए हैं।
दरअसल उज्जैन-सागर के रेंज आईजी और कुछ एसपी ने कई जिलों में एएसपी व डीएसपी स्तर के अफसरों के पद खाली होने और बल की कमी की जानकारी दी थी। इस पर डीजीपी ने कहा कि होली के बाद यह दोनों ही समस्याएं दूर कर दी जाएंगी। इससे यह भी तय हो गया है कि नई पदस्थापनाओं में एएसपी व डीएसपी स्तर के अफसरों के भी नाम होंगे। डीजीपी सक्सेना ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बीते रोज रेंज आईजी, डीआईजी और एसपी से चर्चा कर कानून व्यवस्था की जानकारी ली। । डीजीपी का दूसरा फोकस होली के त्योहार पर था। उन्होंने मैदानी अफसरों से कमियां पूछी और अपनी प्राथमिकताएं बताईं।
बजट समय पर खर्च करने के निर्देश
डीजीपी ने बजट को लेकर जिलों के एसपी को खास फोकस करने को कहा है। उन्होंने कहा कि बजट को लेकर लापरवाही नहीं करें और उसे समय पर खर्च करें। बजट किसी भी स्थिति में लैप्स नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर किन्हीं कारणों से कुछ बजट नहीं खर्च हो पाता है तो उसे दूसरे अलग-अलग मदों में डाल दें ताकि उसका उपयोग बाद में किया जा सके।
सीएम सुरक्षा में लापरवाही पर भी हुई चर्चा
एडीजी इंटेलीजेंस ने मुख्यमंत्री की सुरक्षा में लापरवाही का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, ग्वालियर, पन्ना, बड़वानी और दमोह में सीएम की सुरक्षा में चूक हुई है। लोग जबरदस्ती घुस में जाते हैं और सीएम से धक्का-मुक्की करते हैं। कुछ एसपी ने कहा, सीएम भी जनता से मिलना चाहते हैं। एडीजी ने कहा वे जनप्रतिनिधि हैं, जनता से मिलेंगे, आप मिलाएं भी, लेकिन पर्याप्त इंतजाम रखें। बेहतर इंतजाम से जनता और सीएम दोनों को दिक्कत नहीं होगी।
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