पुस्तक गांधी-अंबेडकर कितने दूर कितने पास के अंग्रेजी संस्करण का विमोचन
हैदराबाद(देसराग)। समाजवादी नेता रघु ठाकुर ने कहा कि देश की राजनीति व उसके चरित्र में सकारात्मक बदलाव लाने की अत्यंत आवश्यकता है। गरीब की पीड़ा पर इसकी बुनियाद खड़ी करनी होगी। इसके साथ-साथ हर तरह की विषमता को समाप्त करने की दिशा में कारगर अभियान चलाए जाने की जरूरत है।
यह बात ठाकुर ने बुधवार को हैदराबाद के वासवी क्लब के सभागार में आयोजित डॉ. राममनोहर लोहिया की 112वीं जयंती समारोह के दौरान कही। इस दौरान उनकी पुस्तक “गांधी-अंबेडकर, कितने दूर कितने पास” के अंग्रेजी अनुदित संस्करण का लोकार्पण किया गया। कार्यक्रम का आयोजन लोहिया विचार मंच हैदराबाद ने किया।
कार्यक्रम तीन सत्रो में संपन्न हुआ। उद्घाटन सत्र में कार्यक्रम की अध्यक्षता रघु ठाकुर ने की। वक्ता के तौर पर साहित्यकार मुकेश वर्मा, सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश चंद्रा, ग्वालियर के शिक्षाविद् जयंत सिंह तोमर, समता ट्रस्ट के अध्यक्ष मदन जैन मौजूद रहे। इस सत्र का संचालन लोहिया विचार मंच के अध्यक्ष टी. गोपाल सिंह ने किया। रघु ठाकुर ने यूक्रेन संकट, भारत में विषमता, विश्व संसद की आवश्यकता और भाषा नीति पर बोलते हुए कहा कि दुनियाभर में देशों के बीच जो युद्ध चल रहे हैं और हथियारों की होड़ लगी हुई है। वह पृथ्वी को एक खतरनाक संकट की ओर धकेल रही है। इससे उबरने का एक ही रास्ता है, डॉ. लोहिया के सपनों के अनुसार विश्व संसद का निर्माण। इसके साथ-साथ डॉ. लोहिया ने जिन सात क्रांतियों की बात कही है। उसे सार्थक करने के लिए हर किस्म की गैर बराबरी खत्म करना जरूरी है।
सत्र की शुरूआत में ए. रघुकुमार ने कहा कि देश अधिनायकवाद की ओर बढ़ रहा है। हमें लोकतंत्र को बनाए रखने के लिए निरंतर प्रयास करने होंगे। इसके लिए जरूरी है। डॉ. लोहिया के विचार सहित भारतीय समाजवाद के मूल्यों को धीरे-धीरे लोगों के बीच ले जाएं और अपना स्थान बनाएं। गांधी और अंबेडकर के संबंधों की रोशनी में जब हम स्वतंत्रता
भाषानीति पर केंद्रित दूसरे सत्र में ग्वालियर से आए शिक्षाविद् जयंत सिंह तोमर, भोपाल के साहित्यकार मुकेश वर्मा, अभिषेक रंजन व लोहिया विचारमंच के अध्यक्ष टी. गोपाल सिंह ने अपने विचार रखे।
वहीं तीसरे सत्र में जाति व्यवस्था पर लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्षा श्यामसुंदर यादव, प्रदेश अध्यक्ष लोसपा विंधेश्वरी पटेल, रामदास, बाबूराम ने अपने विचार व्यक्त किए।