भोपाल(देसराग)। आरएसएस और उससे जुड़े संगठन सत्ता के सरक्षण और सहयोग से न केवल सार्वजनिक सम्पतियों क़ो हड़प रहे है बल्कि इसका विरोध करने वालों क़ो निशाना भी बनाया जा रहा है। यह सब धर्म और राष्ट्रवाद के नाम पर किया जा रहा है।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव जसविंदर सिंह ने उक्त बयान जारी करते हुए कहा है कि ताज़ा मामला विदिशा जिले की कुरवाई तहसील का है, जहाँ वक्फ बोर्ड के तहसील अध्यक्ष असद उल्लाह हाश्मी के खिलाफ प्रशासन में तथाकथित हिन्दू संगठन इसलिए झूठी शिकायतें कर रहे हैं, क्योंकि वह उन्हें कब्रिस्तान की ज़मीन पर अवैध कब्ज़ा नहीं करने दें रहा है। माकपा नेता ने कहा है कि यह संगठन सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल के लिए कब्रिस्तान की ज़मीन से सत्ता के दबाव में रास्ता निकाल रहे थे. वक्फ बोर्ड का अध्यक्ष होने के नाते असद उल्लाह हाश्मी ने वक्फ की सम्पत्ति बचाने के लिए एसडीएम से सम्पर्क कर ज़मीन के दस्तावेज दिखाते हुए कब्रिस्तान पर अवैध कबजे क़ो रोकने की मांग की। दस्तावेज सही पाए जाने पर एसडीएम ने कब्रिस्तान से रास्ता निकालने की कार्यवाही पर रोक लगाई। यह संगठन इसी से चिढ़ गए हैं।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने कहा है कि पुलिस और प्रशासन क़ो राजनीतिक दबाव में आए बगैर न केवल सार्वजनिक सम्पत्ति की रक्षा करने के लिए असद क़ो सुरक्षा देनी चाहिए बल्कि झूठी शिकायतें करने वालों की आपराधिक पृष्ठभूमि की जाँच कर उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्यवाही करनी चाहिए।