भोपाल (देसराग)। मध्य प्रदेश के शिमला कहे जाने वाले ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल पचमढ़ी में आलग हफ्ते दो दिनों तक चलने वाले मंत्रियों के चिंतन शिविर में डेढ़ साल बाद होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए एजेंडा तय किया जाएगा। इस एजेंडा को तय करने के लिए बनी समिति द्वारा तमाम विषयों को खंगाला जा रहा है। खास बात यह है कि इन दो दिनों में कैबिनेट की बैठक भी पचमढ़ी में ही आयोजित की जाएगी। इसके साथ ही प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उठाए गए कदमों की भी जानकारी लेकर उनकी समीक्षा भी की जाएगी। यही वजह है कि इन दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पूरी तरह एक्शन मोड में बने हुए हैं।
अब नए साल का बजट भी पेश किया जा चुका है। यही वजह है कि बजट मिलने के बाद तेजी से योजनाओं पर काम करने के लिए मुख्यमंत्री उनके क्रियान्वयन का रोडमैप तैयार भी तैयार करवा रहे हैं। मुख्यमंत्री और मंत्री एक साथ बसों से पचमढ़ी के लिए रवाना होंगे। गौरतलब है कि पहले यह चिंतन बैठक कान्हा में किए जाने का तय किया गया था , लेकिन गर्मी का मौसम आ जाने की वजह से स्थान बदल कर अब पचमढ़ी कर दिया गया है। इस चिंतन शिविर को प्रदेश की भाजपा सरकार के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसकी वजह है प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू किया जाना।
फ्लैशशिप योजनाओं पर रहेगा जोर
सीएम शिवराज ने अपनी फ्लैगशिप योजनाओं के और बेहतर क्रियान्वयवन के लिए मंत्रियों की एक दर्जन समितियां गठित की हैं। इन समितियों को पचमढ़ी की बैठक से पहले अपनी रिपोर्ट देना है। बैठक में सरकार की प्राथमिकता वाली योजनाओं के क्रियान्वयन पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। इन योजनाओं में सुधार की संभावना होगी, तो इस पर काम किया जाएगा। समिति के प्रतिवेदन पर विचार करके जो निर्णय लिए जाएंगे। वे नए वित्तीय वर्ष 1 अप्रैल, 2022 से प्रभावी होंगे। इन योजनाओं में इनमें मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, तीर्थ दर्शन योजना, लाड़ली लक्ष्मी योजना, राशन वितरण, गोवर्धन योजना, प्रधानमंत्री शहरी एवं ग्रामीण आवास योजना, जल जीवन मिशन, स्वास्थ्य सेवाओं की योजना शामिल है।