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Tuesday, Sep 26, 2023
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राजनीति

गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा और कांग्रेस सांसद विवेक तन्खा उलझे

कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास पर गरमाई सियासत!

भोपाल(देसराग)। गृह मंत्री डा.नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि मध्यप्रदेश में रह रहे कश्मीरी पंडित भाई-बहन अगर वापस कश्मीर जाना चाहते हैं तो वे गृह विभाग को सूचित करें। सरकार‌ उनकी वापसी सुनिश्चित कराने के साथ-साथ भेजने की व्यवस्था भी करेगी। उन्होंने कहा कि ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म नहीं देखने की बात कहने वाले कांग्रेस ‌सांसद विवेक तन्खा से निवेदन है कि वह मध्यप्रदेश में रहने वाले उन कश्मीरी पंडितों की सूची उपलब्ध करा दें जो वापस जाना चाहते हैं।
गृह मंत्री के बयान का स्वागत, लेकिन असल सवाल बाकी
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का बयान सामने आने के बाद राज्यसभा सांसद तन्खा की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। विवेक तन्खा ने गृहमंत्री डा.नरोत्तम मिश्रा द्वारा कश्मीरी पंडितों को वापस कश्मीर भेजने में मदद करने के प्रस्ताव पर धन्यवाद दिया है। इसके साथ ही उन्होंने कश्मीरी पंडितों को कश्मीर में बसाने सहित मूल समस्या के समाधान के लिए अपने द्वारा लाए जा रहे प्राइवेट मेंबर बिल के लिए सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि कश्मीरी पंडितों को परिवहन व्यवस्था की जरूरत नहीं बल्कि सुरक्षा और पुनर्वास की नीति चाहिए। उन्होंने कहा कि अभी मैंने नरोत्तम जी का कश्मीरी पंडितों के विषय में बयान सुना। वैसे तो मैं उनके बयान का स्वागत करता हूं, क्योंकि उन्होंने कहा है कि वे कश्मीरी पंडितों को वापस ले जाने की पूरी व्यवस्था करेंगे पर मैं अपने भाई से बोलना चाहता हूं कि समस्या वापस जाने की नहीं है। कश्मीरी पंडित सक्षम हैं, वापस तो वे खुद जा सकते हैं।
विवेक तन्खा ने राज्यसभा में उठाया था मुद्दा
राज्यसभा सदस्य एवं कांग्रेस नेता विवेक तन्खा ने बीते दिनों सदन में जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाया था। तन्खा जम्मू-कश्मीर के लिए वर्ष 2022-23 के बजट और अनुदान संबंधी मांगों पर चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा था कि कश्मीर में शासन है, सरकार नहीं है। वहां जल्द से जल्द लोकतंत्र बहाल होना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने कहा कि सदन में कश्मीर के बजट पर चर्चा हो रही है, लेकिन इसमें कश्मीर के लोगों का प्रतिनिधित्व ही नहीं है। तन्खा ने कहा कि क्या बजट लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करता है और यदि नहीं, तो वहां जल्द से जल्द लोकतंत्र बहाल होना चाहिए। तन्खा ने राज्यसभा में अपने संबोधन के दौरान वित्त मंत्री से कहा था कि वित्त मंत्री के रूप में आप भले ही कितना ही अच्छा बजट बना लें लेकिन क्या यह लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करेगा। तन्खा ने कश्मीरी पंडितों की घर वापसी के प्राइवेट बिल लाने की भी बात कही थी।
कश्मीरी पंडितों की समस्याएं बताईं
तन्खा ने कहा था कि कश्मीरी पंडितों की समस्या है वापस जाकर उनके सामने आने वाली परेशानियों की। समस्या है उनकी सम्पत्ति की, जो चली गई है, वो उनको कैसे वापस मिलेगी या कैसे उसका मुआवजा मिलेगा। समस्या है, वहां जाकर वो करेंगे। समस्या है, जब वो पहुंचेंगे, तो क्या शासन में उनको स्थान मिलेगा। समस्या है उनके जो तमाम मंदिर हैं अन्य स्थान हैं, उनकी देखरेख कौन करेगा। उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर कौन रहेगा, कौन उनकी सुरक्षा करेगा।

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