भाजपा-कांग्रेस ने की नारेबाजी, प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे
ग्वालियर(देसराग)। भाजपा की फायर ब्रांड महिला नेत्री और पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती द्वारा प्रदेश शराबबंदी को लेकर किए गए ऐलान के बाद राजधानी भोपाल, छतरपुर, सागर और इन्दौर में शराब दुकानों पर हुए बवाल के बाद रविवार को ग्वालियर में भी शराब की नई दुकान खोले जाने को लेकर हंगामा हुआ। स्थानीय लोगों द्वारा भाजपा और कांग्रेस नेताओं के साथ मिलकर शराब की दुकान के बाहर प्रदर्शन करते हुए आबकारी महकमे और जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
इतना ही नहीं प्रदर्शन कर रहे लोगों ने दुकान के बाहर लगे शराब की दुकान के बोर्ड को भी तोड़ दिया। हंगामे की स्थिति को देखते हुए यहां बड़ी संख्या में पुलिस बल और आबकारी महकमे के अधिकारी भी पहुंच गए और लोगों से उनकी जमकर कहासुनी भी हुई।
दरअसल प्रशासन द्वारा नई आबकारी नीति के बाद शराब की दुकानों की जगह बदलने पर स्थानीय निवासियों द्वारा कांग्रेस के नेतृत्व में आंदोलन किया जा रहा था। विरोध के बाद सरकार के मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के दखल के बाद प्रेम नगर में खोली गई देशी-विदेशी शराब की दुकान को दूसरे स्थान पर स्थानांतरित किए जाने के बाद ही खोलने पर सहमति बनी थी, लेकिन सम्बन्धित ठेकदार द्वारा मंत्री के समक्ष दिए आश्वासन के विपरीत जाते हुए उसी स्थान पर दुकान खोल दी। जिस पर हंगामा खड़ा हो गया। जिस जगह पर यह दुकान खोली जा रही है वहां मंदिर, दरगाह और रिहायश है।
हंगामे की सूचना मिलने पर मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के बड़े भाई और पूर्व नेता प्रतिपक्ष नगर निगम ग्वालियर देवेन्द्र सिंह तोमर मौके पर पहुंचे और प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराने की कोशिश की, साथ ही आबकारी महकमे के अधिकारियों द्वारा प्रदर्शनकारियों से अभद्रता पर उन्होंने कहा कि जो अभद्रता करेगा उसे ठीक कर दिया जाएगा। पूर्व नेता प्रतिपक्ष देवेन्द्र सिंह तोमर ने आबकारी विभाग के अधिकारियों से बातचीत कर शराब की दुकान धार्मिक स्थलों से दूर अन्यत्र स्थान पर खोलने की बात कही।