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Wednesday, Sep 27, 2023
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पुलिस महकमे में नवाचार और भर्ती की कवायद!

भोपाल(देसराग)। कर्मचारियों की कमी से जूझ रहे पुलिस महकमे में जल्द ही बंपर भर्ती होने के साथ कई तरह के नवाचार किए जाएंगे। इसके तहत पांच हजार नए आरक्षक मिलना तय है। इनकी भर्ती के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विभाग को निर्देश दे दिए हैं। यह निर्देश बीते रोज गृह विभाग की समीक्षा के दौरान दिए गए हैं।
यही नहीं बैठक में तय किया गया कि पुलिस कर्मचारियों को दुस्त दुरुस्त रखने के लिए अब हर साल उनका फिटनेस टेस्ट भी सख्ती से कराया जाएगा। यह कदम मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश में कानून व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त रखने के लिए उठाने को कहा गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारी भर्ती प्रक्रिया शीघ्र शुरू करने पर काम करें। उन्होंने कहा कि नई पुलिस भर्ती के लिए राज्य पुलिस बोर्ड को बनाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि अपराधियों पर चौकसी और सख्ती के लिए पर्याप्त पुलिस बल की आवश्यकता है,इसलिए पांच हजार पुलिसकर्मियों की भर्ती होगी। इसमें 50 प्रतिशत अंक लिखित और 50 प्रतिशत शारीरिक दक्षता के होंगे। चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता के लिए तकनीक का उपयोग किया जाएगा।
दो माह में आठ परीक्षाएं कराएगा पीईबी
पीईबी द्वारा इस माह और अगले माह के अंदर दो माह में आठ परीक्षाओं का आयोजन किया जाएगा। इसमें अप्रैल माह में समूह 2, उप समूह 1 के अंतर्गत ग्रामीण उद्यान विकास अधिकारी के लिए भर्ती परीक्षा आयोजित होंगी। दूसरी परीक्षा समूह 4, सहायक ग्रेड 3, स्टेनो टाइपिस्ट, स्टेनोग्राफर, डाटा एंट्री ऑपरेटर के लिए होगी परीक्षा। तीसरी परीक्षा उपयंत्री भती की और चौथी परीक्षा समूह 1 और उप समूह 1 के अंतर्गत जिला प्रबंधक (कृषि) और अन्य पदों के लिए परीक्षा होगी। इसी तरह से अगले माह मई में समूह-2 उप समूह-2 कनिष्ठ लेखा अधिकारी व अन्य पदों के लिए। दूसरी परीक्षा समूह-1 उप समूह-3 हाउस कीपर, साइकेट्रिक सोशल वर्कर, कार्यक्रम प्रबंधक बाल संरक्षण जिला प्रबंधक कौशल उन्नयन, रोजगार के लिए, तीसरी परीक्षा कौशल विकास संचालनालय के अंतर्गत प्रशिक्षण अधिकारी के लिए जबकि चौथी परीक्षा समूह-2 उप समूह-3 के तहत सहायक लोक विश्लेषक/ रसायनज्ञ-2 व अन्य पदों के लिए भर्ती परीक्षा आयोजित की जाएगी।
बदल दिया सिस्टम
पीईबी ने अपनी वेबसाइट पर डेटा अपलोड करने का तरीका बदल दिया है। अब सिर्फ विज्ञापन की कॉपी ही अपलोड की जाती है। दो साल पहले तक सभी परीक्षाओं में बैठने वाले कैंडिडेट की संख्या, चयनितों की सूची, आरक्षण रोस्टर आदि की पूरी पीडीएफ अपलोड की जाती थी। साल 2004 से 2013 के बीच जब व्यापमं घोटाला हुआ तो उस दौरान की परीक्षाओं की डिटेल भी अब वेबसाइट पर मौजूद नहीं है।

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