ग्वालियर (देसराग)। ग्वालियर के ऐतिहासिक गौर साहब की दरगाह पर इस साल भी उर्स होगा। यह फैसला जिला प्रशासन और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधिकारियों और मुस्लिम समुदाय के लोगों के बीच हुई बैठक में लिया गया। हाल ही में यहां रमजान के दौरान नमाज के लिए मुस्लिम समुदाय को धरना देना पड़ा था। यह बैठक एडीएम इच्छित गढ़पाले और एसडीएम प्रदीप तोमर की मौजूदगी में हुई।
दरअसल कोरोना काल में धार्मिक स्थलों पर प्रतिबंधों के चलते यहां नमाज पढ़ने पर रोक लगा दी गई थी। लेकिन पुरातत्व विभाग की ओर से इस प्रतिबंध को नहीं हटाया गया। जिसके चलते मुस्लिम समुदाय को नमाज पढ़ने के लिए धरना देना पड़ा था। इस बैठक में मुस्लिम समुदाय की ओर से इख्तियार मोहम्मद, रोशन मिर्जा, यूसुफ अब्बास, संजय मिर्जा, वाजिद अली और नूर हसन शामिल हुए।