भोपाल(देसराग)। हर मोर्चे पर असफल हो रही भारतीय जनता पार्टी की शिवराज सिंह चौहान की सरकार साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण कर न केवल जनता के बुनियादी मुद्दों से ध्यान हटाना चाहती है बल्कि साम्प्रदायिक सदभाव क़ो दांव पर लगाकर सरकार बनाने की साजिश कर रही है। खरगोन में रामनवमी पर हुआ दंगा इसी साजिश का हिस्सा है।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव जसविंदर सिंह ने उक्त बयान जारी करते हुए कहा है कि प्रशासन की ओर से जानबूझ कर मस्जिद के सामने से जलूस निकालने की अनुमति दी गई, जबकि प्रशासन अच्छी तरह से जनता था कि जलूस में उत्तेजना पैदा करने वाले तत्व बड़ी संख्या में मौजूद हैं।
पुलिस प्रशासन इस सीमा तक आरएसएस के दबाव में था कि बाद में पुलिस अधीक्षक क़ो ही स्वीकार करना पड़ा है कि पुलिस बल पर्याप्त मात्र में तैनात नहीं था।
माकपा ने कहा है कि अब भी प्रशासन आपराधिक तत्वों पर कार्यवाही करने की बजाय पुलिस राजनीतिक दबाव में एक तरफा कार्यवाही कर रही है।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने प्रदेश का सदभाव बिगाड़ने की संघ परिवार की साजिशों के खिलाफ सभी धर्मनिरपेक्ष ताकतों क़ो एकजुट होने की अपील की है।