अम्बेडकर की जयंती के बहाने दलितों की हमदर्द बनेंगी कांग्रेस-भाजपा
देसराग डेस्क। मध्यप्रदेश में डेढ़ साल बाद होने वाले विधानसभा चुनाव के चलते राजनीतिक दलों ने वोट बैंक को साधना शुरू कर दिया है। 14 अप्रैल को संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती को लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनों ने ही दलितों पर फोकस किया है। भाजपा प्रदेश भर में हर बूथ पर बाबा अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेगी। कांग्रेस भी ब्लॉक स्तर पर बाबासाहेब को श्रद्धांजलि देगी। डॉक्टर अंबेडकर की जन्मस्थली महू में आयोजित कार्यक्रम में कमलनाथ शामिल होंगे।
एमपी में दलित वोट बैंक पर नजर
14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती के मौके पर भाजपा प्रदेश के 65000 बूथों पर कार्यक्रम आयोजित करेगी, जिसमें भाजपा के कार्यकर्ता और नेता अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे। वहीं कांग्रेस ने भी ब्लॉक स्तर पर कार्यक्रम तय किया है। इन कार्यक्रमों के जरिए भाजपा और कांग्रेस मध्य प्रदेश के 15 फीसदी से अधिक दलित वोट बैंक को साधना चाहती है। मध्य प्रदेश में 35 सीटें अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित हैं। इनमें से विधानसभा चुनाव में भाजपा को 19 सीटें और कांग्रेस को 16 सीटें मिलीं।
भाजपा का दोहरा चरित्र उजागर
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री केके मिश्रा का कहना है कि कांग्रेस का दलितों के प्रति आदर और बाबा साहब अंबेडकर के प्रति सम्मान पूर्ववत है। प्रारंभ से ही हम इस बुनियाद पर टिके हुए हैं। भाजपा बाबा साहब और दलितों के नाम पर वोटों की फसल काटने का काम कर रही है। भाजपा यह बता दे कि संघ के किस नेता ने बाबा साहब को अपवित्र कहा था। जिनके रिमोट पर भाजपा चल रही है। उसके नेता बाबा साहब को अपवित्र कहते हैं। इनका दोहरा चरित्र शुरू से है। दलित वर्ग अब इनके शिकंजे में फंसने वाला नहीं है। उनकी कथनी और करनी को सब देख चुके हैं।
कांग्रेस को नहीं है नैतिक अधिकार
भाजपा प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी का कहना है कि कांग्रेस को बाबा साहब अंबेडकर का नाम लेने का भी नैतिक अधिकार नहीं है। 1952 के चुनाव मे बाबा साहब अंबेडकर को चुनाव हराने का काम किया गया। तत्कालीन प्रधानमंत्री उन्हें चुनाव हराने की भूमिका में रहे। पहले जवाहर लाल नेहरु ने और फिर इंदिरा गांधी ने जीते जी भारत रत्न ले लिया, लेकिन बाबा साहब को भारत रत्न भाजपा समर्थित वीपी सिंह की सरकार ने दिया था।
कांग्रेस पर साधा निशाना
प्रवक्ता चतुर्वेदी ने कहा कि बाबा साहब के पंचतीर्थ भारतीय जनता पार्टी की सरकारों ने बनवाए। नरेंद्र मोदी देश के ऐसे पहले प्रधानमंत्री हैं जो कि बाबा साहब की जन्मस्थली महू में आए थे। अब इन सब के बाद भी कांग्रेस स्वांग करती है, तो जनता परिपक्व है। जनता समय पर कांग्रेस को सबक सिखाएगी।
दलित वोट बैंक से सत्ता की तैयारी
2018 के चुनाव में भाजपा को आरक्षित सीटों पर नुकसान उठाना पड़ा था। ऐसे में भाजपा अब इस नुकसान की भरपाई करने की कोशिश में लगी हुई है। वहीं कांग्रेस भी दलित वोट बैंक के जरिए आगामी विधानसभा चुनाव में एक बार फिर अपनी सीटों में इजाफा कर सत्ता की राह आसान करने में जुट गई है। दोनों ही दल 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती के मौके को भुनाने में लग गए हैं।
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