छह-सात जिलों के बदले जाएंगे कलेक्टर व एसपी
भोपाल(देसराग)। मध्य प्रदेश राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो यानि ईओडब्ल्यू के प्रभारी महानिदेशक अजय कुमार शर्मा और दूरसंचार के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक संजय कुमार झा इस साल कुछ माह में ही विशेष महानिदेशक के पद पर पदोन्नत हो जाएगें। इसके साथ ही पुलिस महकमे में बड़ा फेरबदल होना तय है।
दरअसल इस साल एक महानिदेशक एंव तीन विशेष महानिदेशक स्तर के अफसर सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं। इधर, वरिष्ठता के आधार पर दो अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक स्तर के अधिकारियों को विशेष महानिदेशक का दायित्व भी मिलेगा। खास बात यह है कि इस बीच करीब आधा दर्जन जिलों के पुलिस अधीक्षकों को भी बदला जाना तय माना जा रहा है। इसकी सूची भी लगभग तय कर ली गई है। फिलहाल त्योहारी सीजन की वजह से यह सूची अटकी हुई है।
इस तरह की है वरिष्ठता
विशेष महानिदेशक अरुणा मोहन राव के मार्च में सेवानिवृत्त होने के बाद एक अप्रैल को मौजूदा परिवहन आयुक्त (ट्रांसपोर्ट कमिश्नर) मुकेश जैन को विशेष महानिदेशक बनाया जा चुका है। अब विशेष महानिदेशक बनने की वरिष्ठता क्रम में मध्य प्रदेश राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो यानि ईओडब्ल्यू के प्रभारी महानिदेशक अजय कुमार शर्मा और दूरसंचार के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक संजय कुमार झा हैं। शर्मा एक फरवरी 2021 से ईओडब्ल्यू तो झा एक अप्रैल 2020 से दूरसंचार में पदस्थ हैं। दोनों ही अधिकारियों को नई जिम्मेदारी दिए जाने की भी बात भी कही जा रही है। दरअसल लोकायुक्त महानिदेशक राजीव टंडन अगले माह मई में सेवानिवृत्त हो रहे हैं। सीआरपीएफ में पदस्थ विशेष महानिदेशक यूसी सारंगी जुलाई में तो एसएएफ के विशेष महानिदेशक मिलिंद कानस्कर का अगस्त में कार्यकाल पूरा हो रहा है। इसी तरह से विशेष महानिदेशक (कॉपोर्रेटिव फ्रॉड) राजेंद्र कुमार मिश्रा, सीआइएएसफ में पदस्थ अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक पीएस फलणीकर भी इसी साल अक्टूबर में सेवानिवृत्त होंगे। इसकी वजह से एक महानिदेशक और दो विशेष महानिदेशक के पद रिक्त हो जाएंगे। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जेल जीआर मीणा और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आरटीआइ वी मधुकुमार इस साल के अंत में यानी की दिसंबर में सेवानिवृत्त होंगे
मुख्यालय में भी फेरबदल तय
पुलिस मुख्यालय में अग्निशमन शाखा के साथ ही प्रबंध शाखा के मुखिया के पद खाली हैं। मई में लोकायुक्त महानिदेशक का पद रिक्त होगा। इधर कई शाखाओं में भी अफसरों को दो साल या इससे अधिक का समय हो गया है। ऐसे में संभावित बड़े फेरबदल को देखते हुए अधिकारी अपनी पंसद की जगह पदस्थापना के लिए प्रयास में जुट गए हैं।
बदले जाएंगे कलेक्टर व एसपी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा दो दिन पहले की गई कलेक्टर-कमिश्नर कांफ्रेंस लगभग आधा दर्जन जिलों के कलेक्टर व एसपी के लिए मुसीबत साबित होने वाली है। इसकी वजह है उनके कामकाज से मुख्यमंत्री द्वारा नाराज होना। इस नाराजगी की वजह से माना जा रहा है कि अब उनका तबादला होना तय है। इसके संकेत मिलना भी शुरू हो गए हैं। इस फेरबदल में उन जिलों के कलेक्टरों की छुट्टी होना तय मानी जा रही है जिनका कामकाज अच्छा नहीं पाया गया है।
इसी तरह से जिन जिलों की कानून व्यवस्था ठीक नहीं पायी गई है, उन जिलों के पुलिस कप्तानों का बदलना भी तय माना जा रहा है। बताया जाता है कि ऐसे पुलिस कप्तानों की संख्या भी आधा दर्जन के करीब है। दरअसल सरकारी की प्राथमिकता वाली पीएम आवास योजना और जल नल योजना में कई जिले फिसड्डी बने हुए हैं। इसी तरह से आदिवासी बाहुल्य इलाकों में कुछ कलेक्टरों के काम से भी सरकार खुश नहीं हैं। मुख्यमंत्री ने कांफ्रेंस में कहा कि झाबुआ में भ्रष्टाचार की बहुत शिकायतें हैं। इसकी वजह से ही कलेक्टर सोमेश मिश्रा को बदला जा सकता है। इसी तरह अलीराजपुर और डिंडोरी में बदलाव की संभावना बनी हुई है। इस बदलाव में वे कलेक्टर भी बदले जा सकते हैं जो अब तक भू-माफिया के खिलाफ अभियान में कमजोर साबित हो रहे हैं। उधर, सीधी, रीवा, खरगोन, रायसेन और बड़वानी के एसपी लॉ एंड आर्डर की समीक्षा में कमजोर साबित हुए हैं। इनमें से रायसेन व खरगौन में तो दो वर्गों के बीच धार्मिक आयोजन के दौरान हिंसक झड़पें तक हो चुकी हैं।