भोपाल(देसराग)। मध्यप्रदेश कांग्रेस ने आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर वचन पत्र सलाहकार समिति का गठन किया है, इसमें विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष और पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह को समिति का अध्यक्ष बनाया गया। वहीं पूर्व मंत्री बाला बच्चन समिति के उपाध्यक्ष और संयोजक होंगे। समिति में अध्यक्ष उपाध्यक्ष सहित 19 सदस्य और 7 विशेष आमंत्रित सदस्य शामिल किए गए हैं।
इस समिति की खास बात यह है कि समिति से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह समर्थक नेताओं को दूर रखा गया है। हालांकि बतौर विशेष आमंत्रित सदस्य के रुप में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को समिति में जगह देकर कमलनाथ ने सियासी बवाल को थामने की कोशिश जरुर की है।
इस बीच मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ द्वारा निर्णय लिया गया है कि आगामी विधानसभा चुनाव-2023 हेतु कांग्रेस पार्टी के वचन पत्र बनाए जाने से पूर्व विभिन्न सामाजिक संगठनों, वर्गों, राजनीतिक कार्यकर्ताओं एवं सिविल सोसाइटी सदस्यों से विचार मंथन करने के लिए वचन पत्र सलाहकार समिति का गठन किया गया है।
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुखिया कमलनाथ द्वारा वचन पत्र तैयार करने के लिए बनाई गई सलाहकार समिति में राजेंद्र कुमार सिंह को अध्यक्ष, बाला बच्चन को उपाध्यक्ष एवं संयोजक के अलावा सज्जन सिंह वर्मा, विजयलक्ष्मी साधौ, एनपी प्रजापति, लाखन सिंह यादव, मुकेश नायक, सुखदेव पांसे, ओमकार मरकाम, तरुण भनोट, कमलेश्वर पटेल, आरिफ़ मसूद, फूल सिंह बरैया, सैयद साजिद अली, शोभा ओझा, वीके बाथम (पूर्व आईएएस अधिकारी) केदार सिरोही (अध्यक्ष, मध्य प्रदेश कांग्रेस कृषि कृषक प्रकोष्ठ), वीरेन्द्र खोंगल अध्यक्ष मध्यप्रदेश कांग्रेस कर्मचारी प्रकोष्ठ तथा महेन्द्र सिंह कार्यवाहक अध्यक्ष पिछड़ा वर्ग विभाग को समिति में सदस्य नियुक्त किया गया है। जबकि समिति में विशेष आमंत्रित सदस्य के रुप में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, राज्यसभा सदस्य एवं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के विधि सलाहकार विवेक तनखा, पूर्व केन्द्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल, मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव तथा पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन को शामिल किया गया है।
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