ग्वालियर(देसराग)। रामनवमी के मौके पर खरगोन में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद इसकी आंच प्रदेश के दूसरे हिस्सों में भी पहुंचने का खतरा मंडराने लगा है। इसे देखते हुए विभिन्न राजनीतिक दलों में पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर मांग की है कि आने वाले दिनों में निकाले जाने वाले धार्मिक जुलूस और शोभायात्राओं के मद्देनजर खासी चौकसी बरती जाए।
इस संबंध में कोई राजनीतिक दलों की बैठक में कहा गया कि देश और प्रदेश में जिस तरीके से सत्ता का लाभ उठा कर साम्प्रदायिक तत्व पूरे प्रदेश भर में आतंक फैलाते हुए धार्मिक उन्माद पैदा कर रहे हैं और प्रायोजित तरीके से दूसरे धर्मों को टारगेट कर समाज को विभाजित करने और सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ कर जिस तरह के हालत पैदा करना चाहते हैं उसकी वजह से आम नागरिक चिंतित है। राजनीतिक दलों की ओर से कहा गया है कि आसमान छूती महंगाई, डीजल पेट्रोल, रसोई गैस की बढ़ती हुई कीमतें, बेरोजगारी और व्यापमं से लेकर स्मार्ट सिटी के घोटालों से ध्यान बांटने के लिए सत्ताधारी दल योजना बद्ध तरीके से अल्पसंख्यक, दलित और पिछड़े समुदाय के लोगों को टारगेट किया जा रहा है। इसके संबंध में अगर कोई भी विरोध में बोलता है तो विरोधी दल हो या पत्रकार व सामाजिक संगठन, सब पर हमले किए जा रहे हैं। ग्वालियर में विभिन्न राजनीतिक दलों की बैठक हुई और बैठक में इस सवाल पर चिंता व्यक्त की गई। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव राम विलास गोस्वामी के अनुसार बैठक में कांग्रेस की ओर से अमर सिंह माहौर, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव जसविंदर सिंह, अखिलेश यादव, भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी के अशोक पाठक, कौशल शर्मा, भाकपा माले लिबरेशन के विनोद रावत, मयंक रावत, आम आदमी पार्टी के अनीश खान और जन अधिकार पार्टी के सुग्रीव सिंह कुशवाह आदि शामिल थे।
बैठक में पुलिस अधीक्षक के नाम पत्र लिखकर आग्रह किया गया है कि धार्मिक जुलूस या शोभा यात्राओं को शहर की घनी आबादी वाली छोटी व संकरी गलियों से नहीं निकाला जाए तथा शहर के मुख्य मार्गों से इस तरह के प्रदर्शन निकाले जाएं तो पुलिस व्यवस्था चाक-चौबंद की जाए। इसी तरह सभा और जलूस में किसी भी तरह के हथियार लेकर चलने पर प्रतिबंध हो। दूसरे धर्मों के विरुद्ध नारेबाजी या शोरगुल करने वालों के खिलाफ तत्काल कार्यवाही की जाए, साथ ही व्हाट्सएप और फेसबुक तथा टि्वटर एवं इंस्टाग्राम के जरिए भी अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सायबर पुलिस की ओर से नजर रखी जाए और ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ तत्काल और प्रभावी कार्रवाई की जाए।
इसके साथ ही सभी राजनीतिक दलों ने आम जनता से भी अफवाहों से सावधान रहने और उन्मादी तत्वों के झांसे में ना आने की अपील करते हुए सद्भाव बनाए रखने की अपील की है।
previous post