ट्रैकमैन की ड्यूटी को आसान बनाने का नायाब तरीका
इंदौर(देसराग)। ड्यूटी के दौरान ट्रैकमैन को अब पैदल नहीं चलना पड़े इसके लिए रेल मंत्रालय ने एक अनूठा प्रयोग किया है। रेलवे ने ट्रैकमैन की सुविधा के लिए एक नायाब तरीका निकाला है। अब ट्रैकमैन को ट्रैक पर चलने वाली ई-साइकिल दी जाएगी, जिससे वह आसानी से अपना काम कर सकेंगे।
डिवीजन के कई सेक्शनों में ट्रैकमैनों के पास ई-साइकिल की व्यवस्था की गई है। श्री विष्णु इंजीनियरिंग कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल श्रीवास राजू के मुताबिक अब ट्रैकमैन को निगरानी के लिए ई-साइकिल दी जाएगी, जो ट्रैक पर चलेगी। अगर कहीं ट्रैक टूटने कोई सूचना होगी तो ट्रैकमैन ई-साइकिल से जल्दी घटनास्थल पर पहुंच सकेंगे।
देश में रेल पटरियों पर ट्रैकमैन रेलवे ट्रैक की पैदल निगरानी करते हैं। रेलवे की इस परेशानी को दूर करने के लिए श्री विष्णु इंजीनियरिंग कॉलेज की छात्रा और फैकल्टी ने मिलकर एक ई-साइकिल का निर्माण किया है। जो रेलवे ट्रैक पर 25 किलोमीटर प्रति घंटे से सफर करती है। ई-साइकिल को इस तरह से बनाया गया है कि वह पटरी पर चलते हुए भी ट्रैक से नीचे नहीं आती। ई-साइकिल को दूसरी पटरी पर चलाने के लिए एक सपोर्टर लगाया गया है। कॉलेज ने इस साइकिल की रेलवे ट्रैक पर टेस्टिंग के बाद रेलवे को 3 ई-साइकिल दी गई हैं। यह ई-साइकिल बैट्री से चलती है। जो नासापुरम से भीमावरम और भीमावरम से नेद्राबल्लू ट्रैक रेलवे ट्रैक पर निगरानी का काम कर रही है।
रेलवे ट्रैक की निगरानी करने के लिए तैयार की गई ई-साइकिल में मैनुअल और इलेक्ट्रिकल ऑप्शन है। मैनुअल मोड में यह सामान्य साइकिल की तरह चल सकती है, जबकि इलेक्ट्रिक मोड पर चलाने के लिए इसमें 24 वोल्ट की पीएमडीसी मोटर लगी हुई है। 24 वोल्ट और 15 एंपियर की बैटरी के संयोजन से 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलती है। इसको एकबार चार्जिंग करने के बाद 3 घंटे तक आसानी से चलाया जा सकता है जबकि मैनुअल मोड में इसे ई-साइकिल की तरह ले जाया जा सकता है।