कमलनाथ ने कराया था अपने विधायकों की लोकप्रियता आंतरिक सर्वेक्षण
भोपाल(देसराग)। मिशन 2023 की तैयारी में जुटी मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा अपने ही विधायकों के क्रिया-कलापों पर नजर रखने के लिए एक आंतरिक सर्वेक्षण कराया जिसकी रिपोर्ट ने कमलनाथ सहित कांग्रेस के बड़े क्षत्रपों की नींद उड़ा दी है। विधानसभा चुनाव के पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ द्वारा कराए गए आंतरिक सर्वे में कांग्रेस के करीब 38 विधायकों ने अपने क्रिया-कलापों से से न केवल अपनी स्थिति खराब कर ली है बल्कि अपने इलाकों में कांग्रेस का बंटाढार कर दिया है। हालात यह बन गए है कि कांग्रेस ने मिशन 2023 यानि साल 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में इन 38 विधायकों पर दोबारा दांव लगाया तो कमलनाथ का सत्ता में वापसी का सपना कभी पूरा नहीं होगा।
सर्वे में पता चला है कि इन विधायकों का क्षेत्र में लोकप्रियता का ग्राफ पिछले कुछ समय में गिरा है। फिलवक्त प्रदेश कांग्रेस मुखिया कमलनाथ ने इन सभी विधायकों को क्षेत्र में सक्रियता बढ़ाने और अपनी छवि सुधारने को कहा है।
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा विधानसभा चुनाव के पहले लगातार क्षेत्र में मौजूदा कांग्रेस विधायकों की क्षेत्र में सक्रियता और उनकी पकड़ को लेकर ग्राउंड रिपोर्ट मंगाई जा रही है। साथ ही पता लगाया जा रहा है कि कांग्रेस विधायक अपने अपने क्षेत्र में कितने सक्रिय हैं और आगामी विधानसभा चुनाव के हिसाब से उनकी क्षेत्र में कितनी बेहतर पकड़ है। इसके लिए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश पर एक बार फिर कांग्रेस विधायकों की सभी 96 सीटों का विधानसभा वार सर्वे कराया गया। बताया जा रहा है कि सर्वे में करीब 38 कांग्रेसी विधायकों की स्थिति कमजोर पाई गई है। कमलनाथ ने इन सभी कांग्रेस विधायकों को आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए क्षेत्र में अपनी सक्रियता बढ़ाने और लोगों के बीच जाने के निर्देश दिए हैं।
छवि नहीं सुधरी, तो कटेगा टिकट?
बताया जा रहा है कि कई विधायकों को पूर्व में भी क्षेत्र में लगातार सक्रियता बनाए रखने और जनता की समस्याएं लगातार उठाने के निर्देश दिए गए थे। इसके बाद भी कई विधायकों की स्थिति कमजोर बनी हुई है। हालांकि हाल ही में कांग्रेस के सभी गुटों के एक होने के बाद कांग्रेस में कुछ उत्साह जागा है। सभी गुटों के नेता एक होकर अपने प्रभावी क्षेत्रों में दौरे कर रहे हैं। यदि विधायकों की स्थिति बेहतर नहीं हुई तो आगामी विधानसभा चुनाव में ऐसे तमाम विधायकों की टिकट कटना लगभग तय है। आगामी मिशन 2023 की तैयारियों में जुटे कमलनाथ लगातार जहां संगठन को मजबूत करने में जुटे हुए हैं। वहीं, विधायकों के फीडबैक ले रहे हैं ताकि इसके आधार पर भविष्य में उम्मीदवारों के चयन में ज्यादा मशक्कत ना करना पड़े। इसके लिए कमलनाथ द्वारा खुद ही अपने स्तर पर सर्वे कराए जा रहे हैं। कमलनाथ यह बात पूर्व में खुद कह चुके हैं कि वे निजी कंपनियों की मदद से सर्वे कराने में भी पीछे नहीं हैं। कांग्रेस प्रवक्ता अजय यादव का कहना है कि विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां शुरू की जा चुकी है और पार्टी स्तर पर विधानसभा स्तर पर लोगों से फीडबैक भी लिया जा रहा है। कमलनाथ खुद पार्टी के अंदर और विभिन्न एजेंसियों से सर्वे करा रहे हैं।
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