प्रियंका गांधी ने सरकार को घेरा, भाजपा बोली- हमलावर बजरंग दल के नहीं
सिवनी(देसराग)। सिवनी जिले में हुई मॉब लिंचिंग में दो आदिवासियों की मौत के बाद आरोपियों की धरपकड़ जारी है। पुलिस ने अब तक 14 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही राज्य सरकार ने दोनों मृतकों के परिजनों को आर्थिक मदद उपलब्ध कराई है और दैनिक वेतनभोगी के रूप में नौकरी पर भी रख लिया है। इस पूरे मामले में प्रियंका गांधी वाड्रा ने मध्य प्रदेश कांग्रेस के ट्वीट को रीट्वीट कर मध्य प्रदेश सरकार को घेरा है। कांग्रेस ने युवकों की मौत से पहले का आखिरी वीडियो बताते हुए एक वीडियो भी ट्वीट किया है।
ये है मामला
सोमवार और मंगलवार की दरमियानी रात 2:30 बजे सिमरिया गांव में कुछ युवकों को गाय काटने की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंचे युवकों ने 3 आदिवासियों को बेदम पीटा था। इसमें 2 आदिवासियों ने जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया था। एक आदिवासी का इलाज जारी है। इस घटना के विरोध में बरघाट के कांग्रेस विधायक अर्जुन सिंह ककौड़िया ने राष्ट्रीय राजमार्ग 44 में चक्का जाम कर आरोप लगाया था कि हमलावर बजरंग दल के कार्यकर्ता हैं। पुलिस ने इस मामले में 20 किलो मांस की जब्त किया था, जिसे जांच के लिए भेजा है।
नौ आरोपी गिरफ्तार, बाकी की तलाश
सिवनी मॉब लिचिंग मामले में पुलिस ने अब तक 14 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। कुरई पुलिस ने घायल बृजेश बट्टी के बयान के आधार पर 6 नामजद और 12 अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज किया है। ये हैं बादल पाल कुरई निवासी, शेर सिंह राठौर, वेदांत चौहान, अंशुल चौरसिया, रिंकू पाल, गोपालगंज लखनवाड़ा के रहने वाले अजय साहू, दीपक अवधिया, विजयपानी कुरई के वसंत रघुवंशी, रघुनंदन रघुवंशी और शिवराज। पुलिस का कहना है कि अन्य आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। प्रदेश सरकार की तरफ से मृतकों के आश्रितों को 8.25-8.25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की है। इस मामले में पुलिस ने मंगलवार को 9 आरोपियों को धर दबोचा था, वहीं बुधवार को पांच और आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है। कुरई पुलिस ने घायल बृजेश बट्टी के बयान के आधार पर 6 नामजद और 12 अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज किया है। जिसमें से 14 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। अन्य 4 की तलाश जारी है।
भाजपा बोली- हमलावर बजरंग दल के नहीं
इस मामले में भाजपा का कहना है कि हमलावर बजरंग दल के नहीं हैं। सिवनी भाजपा जिला अध्यक्ष आलोक दुबे ने कहा है कि कांग्रेस विधायक अर्जुन काकोरिया द्वारा इस मामले में बेवजह राजनीति की जा रही है। हमलावर में बजरंग दल का कोई कार्यकर्ता नहीं है। श्रीराम सेना का नाम आ रहा है, जबकि श्रीराम सेना हमारा संगठन नहीं है। उन्होंने बताया कि दोनों पीड़ित परिवारों के एक-एक सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति दी गई है।
दोनों पीड़ित परिवारों को मदद मिली
ग्राम सागर के निवासी मृतक संपत लाल वट्टी की बेटी सुनीता को दैनिक वेतनभोगी के रूप में आदिवासी कन्या आश्रम बरेलीपार में पदस्थ किया गया है। ग्राम सिमरिया निवासी मृतक धानसाय इनवाती के बेटे को भी जयप्रकाश इनवाती हाईस्कूल विजयपानी में दैनिक वेतनभोगी के रूप में नौकरी दी गई है। मृतक संपत लाल वट्टी के आश्रित मट्ठो बाई को 8 लाख 25 हजार की आर्थिक सहायता दी गई है। मृतक धानसाय इनवाती के आश्रित फुलबती इनवाती को भी 8 लाख 25 हजार की आर्थिक सहायता दी गई है। इधर, प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
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