कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल से मिलने से किया इनकार तो लगाया आरोप
भोपाल(देसराग)। सिवनी में मॉब लिंचिंग और बुरहानपुर घटना को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया के नेतृत्व में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि आदिवासी समाज से जुड़े मामले को लेकर भी राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने मिलने का समय नहीं दिया। यही नहीं ओएसडी से ज्ञापन रिसीव करा लिया। पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ने आरोप लगाया कि प्रदेश के राज्यपाल आदिवासी समाज से हैं। इसके बाद भी उन्होंने आदिवासी वर्ग से जुड़ी समस्या पर गंभीरता नहीं दिखाई। उन्होंने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश की राज्यपाल भाजपा सरकार से डरे हैं।
भाजपा चला रही आपराधिक संगठन
पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा की हालत खराब है। महंगाई, बिजली, भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों को लेकर भाजपा को हार का डर सता रहा है। पिछले दिनों दिल्ली में हुई बैठक के दौरान भी इसको लेकर पार्टी पदाधिकारियों ने प्रदेश के नेताओं को चेता दिया है। यही वजह है कि मध्यप्रदेश में सांप्रदायिक सद्भाव में दरार डालने की कोशिश की जा रही है, ताकि भाजपा अपने वोट बैंक को और मजबूत कर सके। इसके चलते मध्यप्रदेश में खरगोन, बुरहानपुर और सिवनी जैसी घटनाएं हो रही हैं। इन सभी घटनाओं में भाजपा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और उसके अनुषंगिक संगठन के कार्यकर्ता ही आरोपी के रूप में सामने आ रहे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ने आरोप लगाया कि भाजपा अलग-अलग नाम से आपराधिक संगठन चला रही है। इन्हीं के सदस्य प्रदेश की शांति व्यवस्था भंग करने का काम कर रहे हैं।
बुरहानपुर घटना में भाजपा नेता आरोपी
पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने आरोप लगाया कि बुरहानपुर में 2 अप्रैल की रात हिंदू देवता की मूर्ति को खंडित किया गया। बाद में पुलिस ने जब सीसीटीवी फुटेज निकलवाए तो मामले में भाजपा के एक पदाधिकारी प्रहलाद सिंह का भतीजा आरोपी निकला। उन्होंने आरोप लगाया कि यदि स्थानीय प्रशासन और लोगों ने समझदारी न दिखाई होती तो बुरहानपुर में शांति भंग हो सकती थी। इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी प्रशासन ने आरोपी के घर बुलडोजर क्यों नहीं चलाया। अरुण यादव ने आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश में धर्म देखकर बुलडोजर चलाया जा रहा है। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रदेश में भाजपा सांप्रदायिक दंगे करवाना चाहती है, ताकि प्रदेश में वोटों की राजनीतिक फसल काटी जा सके।