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Tuesday, Sep 26, 2023
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राजनीति

ग्वालियर-चंबल से होगा मिशन-2023 का शंखनाद

सिंधिया के गढ़ में 7 मई को लगेगा कांग्रेस नेताओं का जमावड़ा

ग्वालियर(देसराग)। मिशन 2023 को फतह करने के लिए मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी केन्द्रीय मंत्री के गढ़ ग्वालियर-चम्बल से 7 मई को शंखनाद करेगी। दरअसल ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में जाने के बाद कांग्रेस ग्वालियर-चंबल में अपनी पकड़ मजबूत करने में जुट गई है। 7 मई को आहूत बैठक में मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुखिया कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, नेता प्रतिपक्ष डाक्टर गोविन्द सिंह के अलावा ग्वालियर-चम्बल अंचल के सभी कांग्रेस विधायक, पूर्व विधायक, जिला अध्यक्ष और वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहेंगे।
मिशन 2023 की तैयारियों में जुटी कांग्रेस 7 मई से प्रदेश भर में संभाग स्तरीय बैठकें करने जा रही है। इसकी शुरुआत सबसे पहले ग्वालियर-चंबल इलाके से होने जा रही है। यहां से पिछले विधानसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस के खाते में 26 सीटें आई थीं और भाजपा को सिर्फ 7 सीटें ही मिलीं थीं। एक सीट बहुजन समाज पार्टी को मिली थी लेकिन बड़ा फैक्टर यह है कि उस वक्त अंचल का बड़ा चेहरा माने जाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस के साथ थे, हालांकि बाद में पार्टी नेताओं से बिगड़े राजनीतिक समीकरणों के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस छोड़ अपने समर्थकों के साथ भाजपा का दामन थाम लिया और कमलनाथ की सरकार गिर गई। सिंधिया के भाजपा में जाने के बाद ग्वालियर-चंबल इलाके में कांग्रेस की पकड़ कमजोर हुई।
कांग्रेस ग्वालियर-चम्बल अंचल की सभी 34 सीटों पर फतह हासिल करने के लिए जातीय समीकरण ब्ठिाने के लिए प्रयासरत है। अभी उसने क्षत्रिय-दलित मतदाताओं को रिझाने के लिए दलित नेता फूलसिंह बरैया के साथ पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजिय सिंह और डाक्टर गोविंद सिंह के चेहरे पर मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने की तैयारी की है। साथ ही दलित-क्षत्रिय मतदाताओं के गठजोड़ में ब्राम्हण मतदाओं को लाने के लिए कांग्रेस मुखिया कमलनाथ इस अंचल के बड़े ब्राम्हण चेहरे पूर्व मंत्री चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी को भी बड़ी जिम्मेदारी सौंपने की रणनीति पर काम कर रहे हैं।
कांग्रेस की नजर ग्वालियर-चंबल अंचल की 34 सीटों पर है। कमलनाथ सरकार गिरने के बाद इलाके की 28 सीटों पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस को महज 9 सीटें ही मिली थी, जबकि 19 भाजपा के खाते में गई थीं। इसलिए कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनाव 2023 में यहां पार्टी और संगठन को मजबूत करना चाहती है। इसके लिए कांग्रेस 7 मई को संभागीय बैठक करने जा रही है। लेकिन कांग्रेस यहां 2018 के परिणामों को दोहराना चाहती है, इसलिए इस क्षेत्र में पार्टी संगठन को मजबूत करने में जुटी है। 7 मई से शुरू होने वाली संभागवार बैठकों की शुरूआत ग्वालियर-चंबल संभाग से की जा रही है। बैठक में कमलनाथ सहित पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता, विधायक, पूर्व विधायक और पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। बैठक में चुनाव तैयारियों को अंतिम रूप देने के साथ ही स्थानीय नेताओं को भी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
पार्टी ने यह भी तय किया है कि इसके बाद बूथ, मंडलम और सेक्टर पदाधिकारियों के साथ जिलेवार बैठकें भी की जाएंगी। डाक्टर गोविंद सिंह को नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने के बाद ग्वालियर-चंबल अंचल में मजबूत होने की कोशिश कर रही कांग्रेस पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने निशाना साधा है। मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा है कि कांग्रेस के नेता सिर्फ बैठकें ही कर सकते हैं, लेकिन कांग्रेस की इन बैठकों से किसी को चिंता नहीं है।

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