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Tuesday, Sep 26, 2023
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अपनी स्टार्टअप पॉलिसी के सहारे प्रदेश के युवा भरेंगे सपनों की उड़ान

13 मई को मध्यप्रदेश की अपनी पॉलिसी को लांच करेंगे प्रधानमंत्री
भोपाल(देसराग)। मप्र के युवा अब अपनी स्टार्टअप पॉलिसी के सहारे सपनों की उड़ान भरेंगे। इसके लिए प्रदेश में नई स्टार्टअप पॉलिसी बनाई जा रही है। मप्र देश का पहला ऐसा राज्य है जो खुद की स्टार्टअप पॉलिसी लांच करने जा रहा है। 13 मई को प्रदेश में स्टार्टअप पॉलिसी प्रधानमंत्री मोदी लांच करेंगे। यह स्टार्टअप पॉलिसी इंदौर के ब्रिलियंट कन्वेन्शन सेंटर से लांच होगी। जहां पर सीएम शिवराज सिंह चौहान और एमएसएमई मंत्री ओम प्रकाश सकलेचा मौजूद रहेंगे। जबकि पीएम वर्चुअल रुप से जुड़ेंगे।
मुख्मंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि मप्र में कार्य कर रहे विभिन्न स्टार्टअप्स को एक प्लेटफार्म उपलब्ध कराने के लिए इन्दौर में हब की स्थापना की जाएगी। मध्य प्रदेश में लागू होने वाली स्टार्टअप नीति और स्टार्टअप पोर्टल से प्रदेश में नवाचारों के क्रियान्वयन के लिए बेहतर वातावरण उपलब्ध हो सकेगा। इन्वेस्ट इंदौर के सचिव सावन लड्ढा ने बताया कि स्टार्टअप की ग्रोथ के लिए शहर का ईकोसिस्टम लगातार तेजी से डेवलप हो रहा है। स्टार्टअप के मामले में देश के टॉप 10 शहरों में इंदौर का नाम भी शामिल हो चुका है। शहर में इस समय लगभग 700 स्टार्टअप काम कर रहे हैं।
प्रदेश में तेजी से बढ़ स्टार्टअप
प्रदेश में स्टार्टअप तेजी से बढ़ रहे हैं। 2019 के बाद से इंदौर में भी स्टार्टअप की संख्या में तेजी से बड़ी है। 2019 के पहले शहर में लगभग 250 स्टार्टअप थे। तीन साल में इनकी संख्या बढ़कर 700 तक पहुंच गई है। इंदौर में साल 2019 से 2021 के बीच 241 से ज्यादा स्टार्टअप लांच हुए है। साल 2021 की बात करें तो इस साल इंदौर में 40 प्रतिशत नए स्टार्टअप लॉन्च हुए है। शहर में शुरू से ही आईटी सेक्टर के स्टार्टअप काम कर रहे हैं। लेकिन बीच में कैफेटेरिया, रेस्टोरेंट जैसे स्टार्टअप तेजी से शुरू हुए थे। लेकिन कोरोना के बाद सबसे तेजी से आईटी सेक्टर के स्टार्टअप शुरू हुए।
शहर में इस समय लगभग 300 स्टार्टअप आईटी सेक्टर में काम कर रहे हैं। वहीं हाल ही में पीथमपुर में ई व्हीकल बनाने के भी 3 स्टार्टअप शुरू हुए हैं। शहर में काम कर रहे 700 स्टार्टअप में से करीब 100 ऐसे स्टार्टअप है जिनका निवेश लगभग 10 करोड़ रुपए से ज्यादा का हो चुका है। वहीं शहर में ऐसे स्टार्टअप की संख्या भी बढ़ी है जिनका वैल्यूएशन या टर्न ओवर 1 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का हो चुका है। शहर में 2 स्टार्टअप ऐसे भी है जिनकी फंडिंग 6 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा से की हो चुकी है। जो जल्द ही यूनिकॉर्न की लिस्ट में शामिल हो सकते है।
कई तरह की छूट भी देगा शासन
13 मई को जिस नई स्टार्टअप पॉलिसी की लॉन्चिंग की जा रही है उसमें टैक्स में कई तरह की छूट के साथ सुविधाएं भी दी जाएंगी। महिलाओं द्वारा स्थापित स्टार्टअप को भी अतिरिक्त सहायता के साथ इन्क्यूबेटर उन्नयन में भी 5 लाख रुपए तक की एकमुश्त सहायता, लीज पर दिए जाने वाले स्थल के किराए में छूट के साथ-साथ लीजिंग की राशि भी कम ही रखी जाएगी, ताकि अधिक से अधिक युवा इसका लाभ ले सकें। पेटेंट सहायता के साथ-साथ बिजली शुल्क में भी छूट का लाभ उसी तरह दिया जाएगा, जिस तरह औद्योगिक कंपनियों को मिलता है। कोरोना महामारी के दौरान यानी साल 2021 में सबसे ज्यादा स्टार्टअप लांच करने वाले शहरों में पहले स्थान पर अहमदाबाद, दूसरे पर कोयम्बटूर और तीसरे पर इंदौर का नाम हैं। इंदौर में इस समय लगभग 700 स्टार्टअप सक्सेसफुल रन हो रहे हैं। अगर शहर में यही रफ्तार से स्टार्टअप शुरू होते गए तो कुछ सालों में ही इंदौर टॉप 5 शहरों की सूची में शामिल हो जाएगा। शहर में संचालित हो रहे 700 स्टार्टअप ने इंदौर में ही 10 हजार से ज्यादा लोगों को प्रत्यक्ष रुप से रोजगार दिया है। जबकि अप्रत्यक्ष रुप से करीब 5 हजार लोगों को रोजगार मिला है। वहीं स्टार्टअप सेक्टर से जुड़ें लोगों का मानना है कि आने वाले दो सालों में यानी 2022 और 2023 में इंदौर के स्टार्टअप प्रत्यक्ष रुप से 8 से 9 हजार नए रोजगार और पैदा करेंगे।

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