हिन्दू धर्म में नव दम्पत्ति को नहीं दिया जाता चांदी का मंगलसूत्र
विधायक शैलेंद्र जैन ने खुद के खर्चे से बांटे 135 वधुओं को सोने के मंगलसूत्र
सागर(देसराग)। मुख्यमंत्री कन्यादान योजना को लेकर शिवराज सरकार भले ही अपनी पीठ थपथपा रही हो, लेकिन इस योजना में दी जाने वाली उपहार सामग्री पर भाजपा के विधायक ही सवाल उठाने लगे हैं। योजना के तहत करीब 38 हजार रूपए की उपहार सामग्री वधु के लिए दी जाती है, लेकिन सागर विधायक शैलेंद्र जैन ने वधुओं को दिए जाने वाले उपहार सामग्री में सवाल खड़े किए हैं।
उन्होंने वधुओं को दी जाने वाली साड़ी कम गुणवत्ता की बताई है तो वहीं जो चांदी का मंगलसूत्र दिया जा रहा है, उसको अनुचित ठहराया है। इसके बाद विधायक ने सामूहिक विवाह आयोजन में अपनी तरफ से 135 वधुओं को सोने का मंगलसूत्र भेंट किया।
विधायक के घर पर हुए विशेष आयोजन
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अंतर्गत विवाह कराने वाली लड़कियों के लिए कोई कमी महसूस ना हो इसके लिए विधायक शैलेंद्र जैन के निवास पर उनकी पत्नी अनु जैन द्वारा शादी के एक दिन पहले हल्दी का कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें तमाम वर-वधुओं के परिजन शामिल हुए। इसके अलावा विवाह समारोह को भव्य बनाने के लिए उन्होंने बुंदेली परंपरा के अनुसार भोजन की व्यवस्था नाच-गाने की व्यवस्था और कई सारी व्यवस्थाएं कराई।
मंगलसूत्र कभी चांदी का नहीं होता
सागर विधायक शैलेंद्र जैन द्वारा अपने विधानसभा क्षेत्र में 26 मई को सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन किया गया था, जिसमें सागर विधानसभा क्षेत्र के 135 वर-वधू शादी के बंधन में बंधे। इस आयोजन को भव्य और गरिमा पूर्ण बनाने के लिए विधायकों और उनकी पत्नी अनु जैन ने कोई कसर नहीं छोड़ी। इसी के साथ विधायक ने शासन द्वारा दी जाने वाली उपहार सामग्री को बेटियों के हिसाब से परंपरा के अनुरूप नहीं माना। उनका कहना है कि बेटियों को सामग्री में जो साड़ियां दी जाती हैं, वह काफी सस्ती होती हैं। इसके अलावा उनका कहना है कि मंगलसूत्र कभी चांदी का नहीं होता है, मंगलसूत्र हमेशा सोने का होता है। इन कमियों को दूर करने के लिए हमने अपनी तरफ से सभी वधुओं को सोने का मंगलसूत्र भेंट किया है।
योजना में दी जाने वाली उपहार सामग्री
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अंतर्गत एक कन्या के विवाह के लिए कुल 55 हजार की राशि खर्च की जाती है, इस 55 हजार की राशि में वधू के लिए 38 हजार रुपए के उपहार, 11 हजार का चेक और 6 हजार रुपए विवाह के आयोजन पर खर्च किए जाते हैं। उपहार सामग्री में बेटियों के लिए पांच बर्तन का सेट, चार सेट साड़ियां और कपड़े, श्रृंगार की सामग्री, चांदी का मंगलसूत्र, पायल, बिछिया, पलंग, पंखा एवं 32 इंच कलर टीवी और वर के लिए घड़ी दी जाती है।