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Tuesday, Sep 26, 2023
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लो अब साफ हो गई मध्य प्रदेश की 397 निकायों की तस्वीर

पिछड़ा वर्ग को मिला 25 फीसदी आरक्षण, नपा अध्यक्ष की 28 सीटों पर दावेदारी, जिपं से 3 गुना ज्यादा
भोपाल(देसराग)। मध्यप्रदेश में 397 निकायों में अध्यक्ष पद पर आरक्षण के साथ उनकी तस्वीर भी साफ हो गई है। 99 नगर पालिका और 298 नगर परिषद अध्यक्ष सीट में से कुल 101 सीटें पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित की गई हैं, जो कुल सीटों का करीब 25 फीसदी है।
नगर पालिका में तो पिछड़ा वर्ग के लिए 28 सीटें आरक्षित की गई, जो 28 फीसदी से ज्यादा आरक्षण है। दूसरी ओर 52 जिला पंचायतों में पिछड़ा वर्ग को सिर्फ 7 सीटें ही दी गई। यानी, कुल 7 फीसदी आरक्षण ही दिया गया, जबकि आरक्षण की प्रोसेस एक जैसी ही अपनाई गई। बावजूद नगरीय निकाय में पिछड़ा वर्ग को 28 फीसदी से ज्यादा रिजर्वेशन हुआ, जो जिला पंचायत के आरक्षण से 3 गुना ज्यादा है।

प्रदेश की 397 में से 200 सीटें अनारक्षित की गई हैं। यानी, इन निकायों में अध्यक्ष पद के लिए कोई भी दावेदारी कर सकता है। चाहे वह सामान्य हो, अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति हो या पिछड़ा वर्ग। इनमें से 50 फीसदी सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित की गई। पिछड़ा वर्ग के लिए नपा में 28 और नगर परिषद में 73 सीटें आरक्षित की गई हैं। अनुसूचित जाति वर्ग की बात करें तो कुल 63 इस वर्ग के लिए आरक्षित हुई है, जो कुल रिजर्वेशन का 15.86 फीसदी है। वहीं, अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए 33 यानी 8.31 फीसदी सीटें आरक्षित की गई।

जिला पंचायत में पिछली बार के मुकाबले कम हुआ आरक्षण
जिला पंचायत अध्यक्ष की कुल 52 सीट में से सिर्फ 4 ही पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित की गई। यानी, कुल 7 फीसदी आरक्षण मिला, जबकि 35 फीसदी तक आरक्षण दिए जाने की बात कही गई थी। पिछली बार जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए 25 फीसदी आरक्षण था। इस हिसाब से 13 सीटें पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित की गई थीं, जो इस बार घटकर 4 सीट ही रह गई है। इस बार पिछड़ा वर्ग की 9 सीटें घट गईं।
भोपाल निगम भी पिछड़ा वर्ग महिला, 25 फीसदी आरक्षण
प्रदेश के 16 नगर निगम के महापौर की बात करें तो पिछड़ा वर्ग को 25 फीसदी आरक्षण मिला। इस वर्ग के लिए भोपाल (महिला), सतना, रतलाम और खंडवा (महिला) निगम आरक्षित किए गए। अनुसूचित जाति के लिए मुरैना (महिला) एवं उज्जैन अनुसूचित जनजाति के लिए छिंदवाड़ा निगम के महापौर की कुर्सी आरक्षित की गई। 8 सीटें अनारक्षित हैं। इनमें इंदौर, सागर (महिला), जबलपुर, बुरहानपुर (महिला), रीवा, ग्वालियर (महिला), सिंगरौली, देवास (महिला) और कटनी (महिला) शामिल हैं।

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