नेता प्रतिपक्ष डा.गोविन्द सिंह ने भाजपा अध्यक्ष से मांगी सफाई
भोपाल(देसराग) पंचायत फिर नगरीय निकाय चुनाव और उसके बाद विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच मध्य प्रदेश का राजनीतिक पारा लगातार बढ़ता जा रहा है, ऐसे में कांग्रेस और भाजपा एक दूसरे पर हमलावर हैं। ताजा मामला भोपाल से भाजपा सांसद प्रज्ञा भारती के बयान का है, जिस पर नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह सवाल खड़े किए हैं।
भोपाल से भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर द्वारा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को लेकर दिए विवादित बयान पर नेता प्रतिपक्ष डा.गोविंद सिंह ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखकर सफाई मांगी है। उन्होंने पूछा है क्या अपने से वरिष्ठ नेता के प्रति अपशब्द का प्रयोग करना भाजपा की संस्कृति है। यदि ऐसा नहीं है, तो फिर ऐसे नेताओं पर कार्रवाई क्यों नहीं की जाती है। उन्होंने प्रदेश में कानून व्यवस्था सहित अन्य मुद्दों को लेकर सरकार के सुशासन संबंधी दावे पर भी सवाल उठाए।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा इन दिनों मध्य प्रदेश के दौरे पर हैं, नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह ने जेपी नड्डा से ही यह सवाल किया है। दरअसल एक अखबार में भाजपा सांसद प्रज्ञा भारती का बयान छपा है जिसमें उन्होंने कहा कि ’75 साल से क्या थे कमलनाथ, अगर पता नहीं था तो अपनी मां से ही पूछ लेते।’ नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह ने जेपी नड्डा से पूछा है कि क्या भाजपा की संस्कृति में यही है कि एक बेटी अपने पिता से पूछे कि वह हिंदू हैं अथवा नहीं। डॉक्टर गोविंद सिंह ने कहा कि इस तरह की बयान बाजी ना सिर्फ भाजपा को बल्कि समाज को भी लज्जित कर रही है। डॉक्टर गोविंद सिंह के इस बयान ने सियासत में गर्मी ला दी है।
डॉ.सिंह ने पत्रकार वार्ता में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लिखे पत्र की जानकारी देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में सुशासन का दावा खोखला है। भ्रष्टाचार चरम पर है। भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई करने की जगह सरकार ने उन्हें बचाने के लिए नियम में संशोधन कर दिया। अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के व्यक्तियों पर लगातार अत्याचार की घटनाएं सामने आ रही हैं। भिंड में एक दिन पहले ही सरपंच पद के प्रत्याशी कांग्रेस के कार्यकर्ता बृजेश सिंह की हत्या कर दी गई। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के प्रति दुश्मनों जैसा व्यवहार किया जा रहा है। आंगनबाड़ियों में मूलभूत सुविधाएं तक नहीं है और मुख्यमंत्री खिलौना एकत्र करने के लिए हाथ ठेला लेकर शहर-शहर घूम रहे हैं। वे यह नहीं बताते हैं कि जो बजट खिलौनों के लिए जारी किया गया था, वह कहां गया। उन्होंने भाजपा अध्यक्ष से मांग की है कि वे अपने मध्य प्रदेश प्रवास के दौरान सरकार के मंत्रियों को सुशासन का पाठ जरूर पढ़ाएं।