ग्वालियर। मध्य प्रदेश कांग्रेस एक बार फिर एकता का राग अलाप रही है। पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भिंड शहर में पार्टी की एकता का जलसा करने आ रहे हैं। भिंड में कांग्रेसियों की एकता कितना रंग लाएगी यह तो वक्त बताएगा लेकिन पार्टी की गुटबाजी ने अभी से ही इस एकता को दरकाने की कोशिशें शुरू कर दी हैं।
हालांकि प्रदेश के गृह मंत्री और भाजपा नेता नरोत्तम मिश्र इस एकता को लेकर तंज कस चुके हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को जमींदोज करने वाले अब जमीन पर उतर रहे हैं। कहने को तो यह पूरा शो दिग्गज कांग्रेसी नेता डॉक्टर गोविंद सिंह और राकेश चौधरी के इर्द-गिर्द घूम रहा है लेकिन हकीकत यह है कि कमलनाथ को एकता का संदेश भिंड शहर में देना है लिहाजा डॉक्टर गोविंद सिंह यहां अपनी ताकत दिखाने में हिचक रहे हैं। बात अगर लहार की होती तो शायद डॉक्टर साहब एकता की कोशिशों में रंग भरते।
भिंड शहर राकेश चौधरी का क्षेत्र है इसलिए वह अपनी ताकत लगा रहे हैं। एकता के जलसे में खर्च होने वाली धनराशि के बंदरबांट की खबरें भी सामने आ रही हैं। कहा यह जा रहा है कि इस आयोजन पर खर्च होने वाली राशि के बड़े हिस्से पर कुछ बड़े नेताओं ने कुंडली मार ली है। बहरहाल कांग्रेस नेता हेमंत कटारे ने इस पूरे शो से अपनी दूरी बना ली है और वह अटेर में ही सिमट कर रह गए हैं। सभी जानते हैं कि डॉक्टर गोविंद सिंह कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के खेमे के हैं और राकेश चौधरी कमलनाथ से नज़दीकियां बढ़ा चुके हैं। कांग्रेस के जिला अध्यक्ष मानसिंह को इन दोनों ही गुटों ने अलग-थलग कर दिया है क्योंकि उनकी नियुक्ति दिल्ली से हुई है। ऐसे में दोनों गुट मानसिंह को पनपने ही नहीं दे रहे हैं।
एकता के प्रदर्शन के लिए कांग्रेसियों से कहा जा रहा है कि भीड़ जुटाने के लिए वह बसें भर भर कर लाएं। कांग्रेस नेता देवाशीष जरारिया ने यह कहते हुए भीड़ जुटाने से इंकार कर दिया कि वे इस वक्त उत्तर प्रदेश मैं चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं। भिंड में पार्टी की एकता दिखे, इसके लिए कुछ नेताओं को मीडिया मैनेजमेंट के काम में भी लगाया गया है। बहरहाल यह देखना बाकी है कि पार्टी में मचे घमासान के बीच एकता कितनी रंग लाती है।
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