भोपाल(देसराग)। मध्य प्रदेश की सियासत में शिवराज सिंह चौहान की विदाई को लेकर लगाई जा रही अटकलों को खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पंख लगा दिए है। अलबत्ता प्रदेश शिवराज सरकार के नेतृत्व परिर्वतन को लेकर चल रही कयासबाजी को मुख्यमंत्री के संकेत के बाद मजबूती मिलती दिख रही है। दरअसल भारतीय जनता पार्टी के केन्द्रीय संसदीय बोर्ड से बीते दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की छुट्टी कर दी गई। जिसके बाद सियासी गलियारों में यह चर्चाजोर पकड़ने लगी कि भाजपा का केन्द्रीय नेतृत्व यानि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा की तिकड़ी ने मध्य प्रदेश सरकार में नेतृत्व परिवर्तन का मन बना लिया है। इसके पीछे की वजह दिलीप बिल्डकॉन नाम की उस फर्म को माना जा रहा है, जिसे देश भर में सड़क बनाने के ठेके दिए गए।
पिछले दिनों इस फर्म के विभिन्न संस्थानों में आयकर और सीबीआई के छपे पड़े थे। जिसके कारण न केवल शिवराज सिंह चौहान, बल्कि केन्द्रीय मंत्री नितिन गड़करी को भी भाजपा संसदीय बोर्ड से हटना पड़ा। दिलीप बिल्डकॉन की सम्पत्तियों की जांच लम्बित है तथा इससे शिवराज के सम्बन्धों को लेकर भी जांच एजेन्सियों ने पीएमओ को इनपुट दिए हैं। इसी कारण आनन-फानन में यह कार्यवाही हुई है।
इधर संसदीय बोर्ड से हटाए जाने के बाद पहली बार मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने इस मामले पर बयान देकर इस बात के संकेत दे दिए कि भाजपा के अन्दर सब कुछ ठीक नहीं है और भाजपा आलाकमान मध्य प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन की संभावनाओं से होने वाले शुभ और अशुभ परिणामों को लेकर मंथन कर रहा है। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने एक निजी कार्यक्रम में संसदीय बोर्ड से हटाए जाने सम्बन्धी सवाल पर यह कहते हुए नेतृत्व परिवर्तन की संभावनाओं को हवा दे दी कि अगर पार्टी मुझे दरी बिछाने का काम देगी, तो भी मैं उसे इसी तरह स्वीकार करूंगा, ये राष्ट्र निर्माण का काम है।
शिवराज ने कहा कि संसदीय बोर्ड में कई योग्य कार्यकर्ता शामिल हैं। मुझे इस तरह का कोई वहम नहीं है कि मैं योग्य हूं। पार्टी ने मुझे बीते कई वर्षों में कई काम दिए हैं। ये पार्टी तय करती है कि आपको क्या करना। पार्टी ने जो भूमिका तय की है हमारा काम उसे निभाना है।
भाजपा एक विशाल परिवार है
संसदीय बोर्ड की नई टीम को लेकर शिवराज ने कहा कि आपके बारे में पार्टी तय करती है कि आपको क्या करना है। इसीलिए भारतीय जनता पार्टी जो भूमिका तय कर दे उसको पूरी मेहनत और प्रमाणिकता के साथ निभाना है। मैं कहां हूं ये सोचा तो आप मिशन का हिस्सा नहीं हैं आप तो स्वार्थी हो गए। आपके बारे में पार्टी सोचेगी कि आप को क्या करना है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी एक विशाल परिवार है। यहां एक नहीं अनेकों योग्य व्यक्ति हैं। उन्होंने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को संसदीय बोर्ड की नई टीम बनी है उसके लिए बधाई भी दी। उन्होंने कहा की टीम में पूर्व, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण को ध्यान में रखकर योग्य कार्यकर्ताओं को रखा गया है।
सीएम बनने की भी नहीं की थी कल्पना
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता बड़े लक्ष्य को लेकर काम करते हैं। उन्होंने कहा कि जब काम शुरु किया था तो हमें पता नहीं था कि एमएलए भी बनेंगे। 17 साल की उम्र में आपातकाल में जेल भी गए। उन्होंने कहा कि कल्पना ही नहीं की थी कि कभी विधायक, सांसद या मंत्री बनेंगे मुख्यमंत्री का तो सोच भी नहीं सकते थे।
संसदीय बोर्ड में कोई भी सीएम शामिल नहीं
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान पिछले नौ साल से भाजपा के सबसे ताकतवर समिति संसदीय बोर्ड का हिस्सा रहे हैं। इस बार उनकी जगह पार्टी ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री सत्यनारायण जटिया को मौका दिया। शिवराज के साथ केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी की भी बोर्ड से छुट्टी कर दी गई है। इसके बाद से ही सियासी गलियारों में यह भी सवाल उठ रहा है कि क्या इसे मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के राजनैतिक भविष्य का संकेत माना जाए। हालांकि यह कहना अभी जल्दबाजी होगी, क्यों भाजपा संसदीय बोर्ड में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ही नहीं इस बार किसी भी मुख्यमंत्री को शामिल नहीं किया गया है।