भोपाल(देसराग)। मध्य प्रदेश में अब एकबार फिर किसान राजनीति का केंद्र बनता जा रहा है। फसल बीमा के इंदौर में हुए मेरे पॉलिसी मेरे हाथ कार्यक्रम के पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने किसानों को न खाद मिल रही, न बीज, न फसल का मुआवजा का ट्वीट कर शिवराज सरकार को घेरा तो मंच से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें जवाब दिया कि जिन्होंने कभी एक धेला किसान को नहीं दिया है, वे हम पर सवाल उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे 22 महीने में एक लाख 72 हजार 894 करोड़ रुपए किसानों के लिए डाले चुके हैं।
चुनाव के पहले किसान पर राजनीति तेज हो जाती है। किसानों के लिए शिवराज सरकार ने हाल ही में कुछ समय में कई कार्यक्रम किए जिनमें से एक कार्यक्रम आज इंदौर के सांवेर में मेरी पॉलिसी मेरे हाथ था। इस कार्यक्रम के पहले कमलनाथ ने आज सुबह शिवराज सरकार में किसानों के परेशान होने का ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि किसानों को न खाद मिल रहा है, न बीज, न सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी है, न बिजली और न ही उन्हें उनकी उपज का सही मूल्य ही मिल पा रहा है। किसान को उनके फसल के नुकसान का मुआवजा भी नहीं दिया जा रहा है। किसान को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है।
शिवराज का जवाब
किसान को लेकर सरकार पर ऐसे हमलों के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कमलनाथ पर बिफरे। इंदौर में मंच से ही शिवराज ने कमलनाथ का नाम लेकर कई बार बोला कि वे और उनके साथ जो मंत्री थे, सुन लें। शिवराज सिंह ने कहा कि कमलनाथ ने तो सर्वे में कह दिया था कि कम नुकसान लिखना, जबकि अभी सर्वे में अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि अगर कम लिखा तो नौकरी नहीं कर पाओगे। शिवराज ने दूसरा उदाहरण दिया कि जब अच्छी बारिश हुई थी और मंत्री तुलसीराम सिलावट का नाम लेकर कहा कि वे वहीं थे तब कमलनाथ ने सर्वे तक नहीं कराया था। सीएम चौहान ने कहा कि सरकार में आने के बाद सबसे पहला काम यही किया था कि सबका सर्वे हो जाए।
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