भोपाल(देसराग)। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर किसानों की कर्ज माफी का मुद्दा गरमा गया है। सन 2018 में कमलनाथ सरकार को गिरा कर सत्ता में आई शिवराज सरकार और भाजपा द्वारा पहले दिन से ही यही कहा जा रहा है कि कमलनाथ सरकार ने एक भी किसान का कर्ज माफ नहीं किया। हाल ही में सिंधिया समर्थक मंत्री तुलसी सिलावट ने इंदौर में मीडिया से बातचीत में फिर इसी बात को दोहराया कि कांग्रेस राज में एक भी किसान का कर्ज माफ नहीं किया गया।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित भाजपा सरकार के मंत्री लगातार इसी बात को प्रचारित कर रहे हैं कि कमलनाथ ने कर्ज माफी के नाम पर किसानों के साथ धोखा किया। कांग्रेस ने अब एक ट्वीट कर कर्ज माफी को आंकड़ों सहित पेश किया है। कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने ट्विटर पर कमलनाथ सरकार के समय की एक तस्वीर को भी डाला है जिसमें खुद तुलसी सिलावट किसानों को कर्ज माफी का प्रमाण पत्र दे रहे हैं। हालांकि केके मिश्रा के ट्वीट के बाद भाजपा और शिवराज सरकार की तरफ से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
दरअसल शिवराज सरकार में सिंधिया समर्थक मंत्री तुलसी सिलावट ने इंदौर में मीडिया से बातचीत के दौरान सांवेर में 50 बिस्तरों वाले अस्पताल के लोकार्पण की जानकारी देते हुए प्रदेश में किसानों की कर्ज माफी ना होने की बात कही। इसके जवाब में कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने ना सिर्फ आंकड़े पेश किए बल्कि यह भी कहा कि खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, कृषि मंत्री कमल पटेल और जल संसाधन मंत्री के परिवारों के भी कर्ज माफ हुए हैं। उन्होंने ट्विटर पर जय किसान फसल ऋण माफी योजना के पोर्टल का स्क्रीनशॉट और विधानसभा में कर्ज माफी पर सरकार के जवाब को भी डाला है। भाजपा तो लंबे समय से कर्ज माफी को मुद्दा बनाए हुए है, अब देखना यह है कि कांग्रेस विधानसभा चुनाव में इस मुद्दे को भुना पाएगी।