मुरैना(देसराग)। सिनेमा केवल मनोरंजन का सबसे अच्छा साधन ही नहीं बल्कि यह हमें सिखाता भी है और इससे हम बहुत कुछ सीखते भी हैं। ऐसी ही एक फिल्म का निर्माण चम्बल की सरजमीं पर किया गया है। हिन्दी फीचर फिल्म पा माँ के निर्माता सत्येन्द्र तिवारी ने बताया कि गत दिवस मुम्बई में मशहूर कलाकार बलराज साहनी के पुत्र निर्देशक, अभिनेता व लेखक परीक्षित साहनी ने सौम्या फिल्म प्रोडक्शन द्वारा निर्मित फिल्म पा माँ का पोस्टर लॉन्च किया है।
इस अवसर पर साहनी ने कहा है कि पा माँ एक ऐसी हिंदी फिल्म की कहानी है, जो किन्नर समाज के योगदान की एक अदभुत मिसाल है। जिस सफ़ेदपोश समाज के लोग आजकल अपनी झूठी शान के लिए अपने ही खून को थोड़ी सी शारीरिक कमी हो जाने के कारण पराया कर देता है। वहीं दूसरी ओर मानवता की अनूठी मिसाल प्रस्तुत करते हुए एक किन्नर अपने समाज को ठुकरा कर अपना सर्वस्व दांव पर लगा उस बच्चे को समाज से लडऩे के लिए पढ़ा लिखा कर बड़ा आदमी बनाने का संकल्प लेता है और समाज के खोखले रिश्तों के बारे में उसको बताता है।
ऋषि देव शर्मा द्वारा निर्देशित फिल्म पा माँ एक ऐसी कहानी है जो समाज द्वारा माँ की कोख को बदनाम करने वालों के लिए एक सबक है। इस फिल्म की कहानी मुरैना के सोमनाथ शर्मा ने अपने दिवंगत साथी गोविन्द शर्मा के सहयोग से लिखी है। फिल्म निर्माण में राजेश खडगवंशी, खुर्शीद आलम, संघ मित्रा, कृष्णशरण डण्डोतिया, अनिल गोयल, संजय फक्कड़, राजकुमार पचौरी सहित अनेक लोंगों का महत्वपूर्ण सहयोग रहा है। फिल्म में मुम्बई व अन्य क्षेत्रों के कलाकारों सहित मुरैना किन्नर हेड नेहा किन्नर ने भी अभिनय कर फिल्म को साकार स्वरूप प्रदान किया है। वर्तमान में फिल्म का टीजर रिलीज किया गया है, जल्द ही यह फिल्म आमजन को पर्दे पर देखने को मिलेगी।