इंदौर(देसराग)। इंदौर में चल रहे तीन दिन के प्रवासी भारतीय सम्मेलन में आज जो कुछ हुआ उसने शिवराज सरकार की तो किरकिरी करा दी, आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश और विश्व गुरु जैसे दावों को भी ठेंगा दिखा दिया। इवेंट सरकार के इस आयोजन में निवेश के लिए बुलाए गए प्रवासी भारतीयों को ना सिर्फ अपमान झेलना पड़ा बल्कि उन्हें बैठने तक को जगह नहीं मिली। यह सब तब हुआ जब इस सम्मेलन के लिए खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंदौर में मौजूद थे।
इस आयोजन के बाद प्रवासी भारतीय कितना निवेश करेंगे यह तो समय बताएगा लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने मुख्यमंत्री शिवराज के नंबर जरूर कम हो गए हैं। दरअसल प्रवासी भारतीय सम्मेलन के लिए 70 देशों से 3500 से अधिक लोगों को न्योता दिया गया था। जिन्हें न्योता दिया गया उन्हें ही उस फोन में बैठने को जगह नहीं मिली जहां यह आयोजन किया गया। लंदन की डिप्टी मेयर राजेश अग्रवाल को धक्का-मुक्की के बीच बड़ी मुश्किल से पिछले दरवाजे से प्रवेश करना पड़ा। कई प्रवासी भारतीयों ने तो “अतिथि देवो भवः” पर ही सवाल उठाए तो कइयों ने अपने इस बुरे अनुभव के बाद निवेश की प्लानिंग ही रद्द कर दी।
भोपाल के पत्रकार गौरव चतुर्वेदी के मुताबिक मेहमानों को बाहर रहना पड़ा जबकि सरकारी अफसर कर्मचारी भाजपा और संघ के पदाधिकारी सहित पार्षद और तमाम छुटभैये नेता अपने रसूख का इस्तेमाल कर ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर, जहां सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है, पास हासिल कर सीटों पर कब्जा करने में सफल हो गए। इन हालात में मेहमानों को जगह ही नहीं मिल पाई। सम्मेलन के दौरान हॉल में प्रवेश पा चुके कुछ प्रवासी भारतीयों ने इस पर नाराजगी भी दिखाई। सम्मेलन में कई खामियां सामने आई। सम्मेलन के लिए निमंत्रण पत्रों की बंदरबांट हुई जिसके कारण हॉल पूरा भर गया और मेहमानों को अंदर जाने से रोक दिया गया।
इसलिए भड़के मेहमान
हॉल पूरा भर जाने के कारण मेहमानों को अंदर जाने से ना सिर्फ रोका गया बल्कि उनसे कहा गया कि वह बाहर से ही एलईडी स्क्रीन पर अंदर चल रहे कार्यक्रम को देख सकते हैं। इससे नाराज प्रवासी भारतीयों ने नाराजगी जाहिर करते हुए अव्यवस्थाओं पर सवाल उठाए। स्थानीय प्रशासन की मजबूरी यह रही कि वह और के भीतर बैठे रसूखदारों को भी नाराज नहीं कर सकता। इस दौरान जैमेका के प्रशांत सिंह और यूएसए की जूली जैन मीडिया के सामने खुलकर नाराजगी जाहिर की। इसकी वीडियो भी जमकर वायरल हो रहे हैं।
अब मोदी को क्या सफाई देंगे शिवराज
इस पूरे इवेंट में जो कुछ हुआ उसकी खबर पीएमओ तक भी पहुंची है। और जाहिर है मेहमानों की बेइज्जती और अफरा-तफरी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वाकिफ हो चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से पूरे घटनाक्रम पर सवाल जवाब कर सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि यह आयोजन भारत सरकार के विदेश मंत्रालय का था।