भोपाल (देसराग)। बजट के पहले मध्यप्रदेश सरकार सोमवार को दो हजार करोड़ रुपए का बाजार से कर्ज उठाने जा रही है। रिजर्व बैंक के माध्यम से राज्य सरकार यह कर्ज 20 साल के लिए लेने जा रही है। इस कर्ज को सरकार 19 जनवरी 2042 तक चुकाएगी। यह कर्ज 7.33 फीसदी ब्याज पर लिया जाएगा। अब तक मध्यप्रदेश पर मार्च 2021 की स्थिति में दो लाख 68 हजार 335 करोड़ रुपए का कर्ज हो चुका है।
इस वित्तीय वर्ष में 15 हजार करोड़ का कर्ज
मध्यप्रदेश सरकार इस वित्तीय वर्ष में अब तक 15 हजार करोड़ रुपए का कर्ज ले चुकी है। सरकार के ऊपर मार्च 2021 की स्थिति में 2 लाख 53 हजार 335 करोड़ रुपए का कर्ज हो चुका है। अब यह बढ़कर 2 लाख 70 हजार करोड़ रुपए पहुंचने की संभावना है। इसमें बाजार का कर्जा सबसे ज्यादा एक लाख 54 हजार करोड़ से ज्यादा का कर्ज है। प्रदेश सरकार बजट के पहले एक बार फिर दो हजार करोड़ का कर्जा लेने जा रही है। यह कर्जा स्टाॅक गिरवी रखकर सरकार बाजार से उठाएगी, इसके लिए सोमवार को रिजर्व बैंक के माध्यम से ऑक्शन किया जाएगा।
मार्च 2021 तक यहां से लिया इतना कर्ज
* मार्केट का कर्जा : 1 लाख 54 हजार करोड़ रुपए।
* पाॅवर बोर्ड से : 7 हजार 360 करोड़ रुपए।
* वित्तीय संस्थाओं से : 10 हजार 901 करोड़ रुपए।
लोन और सेंट्रल बैंक से एडवांस : 31 हजार करोड़ रुपए।
अन्य देनदारियां : 20 हजार 220 करोड़ रुपए।
नेशनल स्माॅल सेविंग फंड से : 29 हजार 792 करोड़ रुपए।
7 मार्च से शुरू होगा बजट सत्र
मध्यप्रदेश का बजट सत्र 7 मार्च से शुरू होने जा रहा है। बजट सत्र के पहले राज्य सरकार अनुपूरक बजट भी लाने जा रही है। ताकि सरकार की विभिन्न जरूरी योजनाओं और वित्तीय गतिविधियां संचालित रखा जा सके।
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