सच कहने और सरकार के खिलाफ आवाज उठाने पर जेलों में ठूंसा जा रहा हैः गोविंद सिंह
ग्वालियर(देसराग)। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह ने कहा कि शिवराज के राज में प्रदेश में अघोषित आपातकाल लागू कर दिया गया है। सच बोलने पर विपक्ष और आम नागरिकों को सलाखों के पीछे भेजा जा रहा है। हालिया घटनाओं का जिक्र करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि शिवराज सरकार अंग्रेजों से भी एक कदम आगे बढ़कर दमन की नीति अपना रही है।
नेता प्रतिपक्ष आज ग्वालियर में थे और यहां उन्होंने अपने निवास पर मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, आदिवासियों के अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाले आरटीआई कार्यकर्ता डॉ आनंद राय को जेल भेज दिया गया। डॉ आनंद राय रतलाम जिले में आदिवासियों की जमीनों को उजाड़ने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। उन्हें और उनके साथ 6 आदिवासी कार्यकर्ताओं को गंभीर धाराएं लगाकर जेल भेज दिया गया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि राजनैतिक कैदी होने के बावजूद उन्हें उस कालकोठरी में रखा गया है जहां हवा की कोई व्यवस्था नहीं है। यही नहीं उन्हें उनके परिवार वालों से भी नहीं मिलने दिया जा रहा है।
डॉक्टर गोविंद सिंह ने कहा कि इसी तरह कांग्रेस नेता राजा पटेरिया को उनके कथित बयान पर जेल पहुंचा दिया गया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सिवनी में आदिवासियों पर गौ मांस रखने का आरोप लगाते हुए भाजपा और बजरंग दल के लोगों द्वारा बेरहमी से मारपीट की गई जिसमें 2 आदिवासियों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। इसी तरह मंडला के सिहोरा गांव में भाजपा और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने सरकारी जमीन पर कब्जा करने के साथ-साथ आदिवासियों की जमीन पर भी कब्जा कर लिया। जब आदिवासियों ने इसका विरोध किया तो बजरंग दल के लोगों ने आदिवासियों के घरों में घुसकर परिवार की महिलाओं और बच्चों को बेरहमी से पीटा। यह 16 जनवरी की घटना है इसके बावजूद जिले के एसपी सरकार के डर से आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करने को तैयार नहीं हैं।
पेसा एक्ट का उल्लंघन
कांग्रेस नेता ने कहा कि पेसा एक्ट के तहत प्रावधान है कि आदिवासियों की जमीन को लेने के लिए ग्राम सभा की स्वीकृति जरूरी है लेकिन शिवराज सरकार उद्योगपतियों और पूंजीपतियों के साथ सांठगांठ कर आदिवासियों की जमीनों को हड़प रही है। यह कैसा प्रजातंत्र है।
डकैत उन्मूलन का दावा खोखला
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और उनके मंत्री डंका पीट रहे हैं कि मध्यप्रदेश में अब कोई डकैत नहीं बचा है, बावजूद इसके प्रदेश में डकैती की घटनाएं सामने आ रही हैं। हाल ही में श्योपुर में चरवाहों का अपहरण कर लिया गया। पीड़ित परिवारों की कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इसी तरह गोहद में भी हाल ही में डकैती की वारदात सामने आई है। उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले दतिया में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और हाल ही में ग्वालियर में एनएसयूआई के छात्रों के साथ की गई मारपीट के मामले में पुलिस तमाशबीन बनी रही। उन्होंने कहा कि रेत के अवैध उत्खनन के मामले में खुद भाजपा नेता उमा भारती भी सच को सामने ला रही हैं।