भोपाल(देसराग)। इस साल होने वाले मध्यप्रदेश की सत्ता के फाइनल की चुनावी तैयारियों में जुटी भाजपा ने सत्ता और संगठन में कसावट शुरु कर दी है। अलबत्ता प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के बाद आज भाजपा प्रदेश कार्यालय में बैठकों और मंथन का दौर शुरु हो गया है। बुधवार सुबह से अब तक तीन बैठकें हो चुकीं हैं। भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश ने भाजपा के प्रवक्ता कक्ष में सिंधिया समर्थक मंत्रियों की आधे घंटे तक जमकर क्लास ली। जिसमें बेलगाम सिंधिया समर्थक मंत्रियों को अनुशासन का पाठ पढ़ाते हुए चेतावनी दी गई कि सुधर जाएं अन्यथा भाजपा अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं करेगी।
बैठक के बाद जैसे ही मंत्री बाहर निकले तो मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत, तुलसी सिलावट, प्रभुराम चौधरी, राज्यवर्द्धन सिंह दत्तीगांव आदि के चेहरों की हवाइयां उड़ी हुई थीं बैठक से बाहर आने के बाद इन सभी ने मीडिया के सवालों के सामने चुप्पी साध ली। सूत्रों की माने तो सिंधिया समर्थक मंत्रियों से साफ कह दिया गया है कि वे सुधर जाएं वरना सिंधिया भी उन्हें टिकट नहीं दिला पाएंगे। शिव प्रकाश ने सिंधिया समर्थक मंत्रियों के कच्चे चिट्ठे भी उनके सामने रखे। इसमें परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का जमीन से जुड़ा विवाद भी है।
सिंधिया समर्थक मंत्रियों की क्लास लेने के सवाल पर मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि पार्टी की सभी बैठकें निर्णायक होतीं हैं। शिवप्रकाश जी हमारे वरिष्ठ नेता हैं। राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री हैं। समय-समय पर हमारे नेताओं का मार्गदर्शन करते हैं। इसमें कौन सी नई बात है। सिंधिया समर्थक मंत्रियों के सवाल पर बोले कि भाजपा में कोई किसी का समर्थक मंत्री नहीं होता। भाजपा में सभी भाजपा के कार्यकर्ता होते हैं। भारतीय जनता पार्टी में आने के बाद कोई किसी का समर्थक नहीं होता। जो भी कमजोर सीटें हैं उन्हें जीतने की तैयारी है।