जींद(देसराग)। उत्तर भारत के किसानों की महापंचायत में दिखी एकजुटता के बीच आज जींद में संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व ने आगामी दौर में राष्ट्रीय स्तर के बड़े आंदोलन के लिए हुंकार भरी। एक तरफ किसान महापंचायत में मोर्चा नेताओं ने आगामी रणनीति बनाई वहीं देशभर में किसानों ने ट्रैक्टर परेड निकाली।
महापंचायत को संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय नेताओं में जोगेंद्र सिंह उगराहां, राकेश टिकैत, हन्नान मोल्ला,डा. दर्शन पाल, युद्धवीर सिंह, अतुल कुमार अंजान, रुलदू सिंह, आशीष मित्तल, अविक साहा, सत्यवान आदि ने संबोधित किया। जोगेंद्र सिंह उगराहां ने कहा कि मोदी सरकार के पीछे बहुत शक्तिशाली कार्रेपोरेट वर्गों का हाथ जोकि देश के किसान मजदूरों की कमाई को लूटने का काम कर रहे हैं। इनसे मुक्ति प्राप्त करने की लड़ाई छेड़ने की तैयारी करनी है। हन्नान मोल्ला ने बताया कि मौजूदा सरकार आज तक की सबसे ज्यादा किसान मजदूर विरोधी सरकार है। मोदी सरकार ने जिस प्रकार विश्वासघात किया है उसी प्रकार वह आगे भी ऐसा ही करेगी इसलिए एकता बनाकर उसके खिलाफ देशभर में बड़ा आंदोलन करना जरूरी है।
महापंचायत में न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी, बिजली संशोधन विधेयक 2022, लखीमपुर खीरी कांड में नामित केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी, कर्ज मुक्ति आदि सवालों पर राष्ट्रीय स्तर पर बड़ा आंदोलन छेड़ने की तैयारी करने का आह्वान नेताओं ने किया। इस अवसर पर भाकियू नेता राकेश टिकैत ने कहा कि भाजपा की राजनीति मजहब के नाम पर लोगों को आपस में लड़ाने की है। महापंचायत में तय किया गया कि आगामी बजट सत्र के दौरान 15 और 22 मार्च के बीच संसद मार्च किया जाएगा जिसकी तिथि की घोषणा 9 फरवरी को कुरुक्षेत्र में होने वाली संयुक्त किसान मोर्चा की राष्ट्रीय बैठक में की जाएगी।