भोपाल(देसराग)। मध्यप्रदेश में भी चुनावी साल में विपक्ष के नेता सरकार के रडार पर आ गए हैं। मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह को मिले ईडी( प्रवर्तन निदेशालय) की नोटिस के बाद यह साफ हो गया है कि आने वाले दिनों में विपक्ष के कई नेता जांच एजेंसियों के निशाने पर आ सकते हैं। याद कीजिए, कुछ ऐसा ही पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले हुआ था। ईडी ने डॉक्टर गोविंद सिंह को तलब किया है। वह इस समय दिल्ली में हैं और उनके देर रात भोपाल लौटने की उम्मीद है।
दो दिन पहले ईडी ने डॉक्टर गोविंद सिंह के भोपाल में सरकारी आवास पर नोटिस भेजा था, जिसमें उन्हें 27 जनवरी को पेश होने के लिए कहा गया था। शुक्रवार को नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह की जगह उनके वकील ईडी के दफ्तर में पेश हुए। प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें किस मामले में तलब किया है इसका खुलासा नहीं हो सका। डॉक्टर गोविंद सिंह को मिले प्रवर्तन निदेशालय के नोटिस के बाद राजधानी भोपाल में सियासी गलियारों में हलचल है। नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पिछले कुछ समय से सरकार के खिलाफ लगातार मुखर हैं और उन्हें ईडी का नोटिस मिलने की यही वजह बताई जा रही है।
शिवराज सरकार के खिलाफ मुखर हैं डॉ. सिंह
विधानसभा नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविन्द सिंह लगातार बीजेपी पर निशाना साध रहे हैं। पिछले दिनों उन्होंने दावा किया था कि उनके पास अश्लील सीडी मौजूद है, जिसमें कई भाजपा नेता, संघ पदाधिकारियों के कारनामे हैं। कांग्रेस नेता के इस बयान के बाद सियासी गलियारे में हडकंप मच गया था। इसको लेकर पक्ष-विपक्ष में जमकर बयानबाजी भी हुई। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने इसको लेकर पलटवार भी किया। ऐसा ही बयान कमलनाथ ने भी दिया था, हालांकि हनीट्रेप मामले में कोर्ट से संबंधित पेन ड्राइव सौंपने को लेकर नोटिस मिलने के बाद वे बयान से पलट गए थे। हालांकि, डॉक्टर गोविन्द सिंह अंत तक अपने बयान पर कायम रहे।
कांग्रेस नेताओं ने क्यों साधी चुप्पी?
डॉक्टर गोविन्द सिंह को ईडी का नोटिस मिलने के मामले में कांग्रेस नेताओं ने फिलहाल चुप्पी साध रखी है। कांग्रेस नेता इसको लेकर फिलहाल कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। उधर, इसको लेकर गोविंद सिंह से जब देसराग ने उनसे मोबाइल पर बात की तो उन्होंने कहा कि वह इस मामले में शनिवार को मीडिया से चर्चा करेंगे। दिल्ली में उनकी प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल सहित कई कांग्रेस नेताओं के साथ आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर बैठकें भी हुईं।