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Thursday, Mar 30, 2023
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जिसे जाना है चला जाए, मैं क्यों जाऊं छोड़कर: केपी यादव

भाजपा सांसद का कांग्रेस में जाने की अटकलों पर जवाब

देसराग डेस्क।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होते ही गुना से भाजपा सांसद केपी यादव के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें चल रही हैं। कई बार कहा जा चुका है कि केपी यादव कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। भाजपा सांसद केपी यादव ने इन सवालों का जवाब देते हुए कहा है कि कांग्रेस नहीं, बल्कि भाजपा उनका घर है और मैं अपना घर छोड़कर क्यों जाऊं।

दरअसल सांसद केपी यादव को लेकर चर्चा है कि वे कांग्रेस में वापसी कर सकते हैं, क्योंकि उनके भाई राहुल गांधी की यात्रा में शामिल हुए थे, लेकिन उन्होंने इस बात को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि कांग्रेस मेरा घर नहीं, बल्कि भाजपा मेरा घर है। मेरे परिवार के लोग जनसंघ में रहें हैं। केपी यादव ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी बयान दिया।
हालांकि सांसद प्रतिनिधि से सांसद तक का सफर तय करने वाले केपी यादव पूरे जोश में हैं लेकिन जब से ज्योतिरादित्य सिंधिया की एंट्री भाजपा में हुई है तब से बार-बार एक सवाल उठता है कि क्या केपी यादव वापस कांग्रेस में जाएंगे। इस बात को तब और हवा मिल गई जब राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान केपी यादव के भाई उस यात्रा में शामिल हुए। जब इस बारे में केपी यादव से पूछा तो बोले कि खुद राहुल के भाई और परिवार के लोग भाजपा में हैं। ऐसे में वे तो नहीं जाएंगे, लेकिन ऐसा ना हो कि राहुल गांधी एक दिन कहें कि मुझे ही भाजपा में काम करना है।

जब केपी यादव से पूछा कि सिंधिया यदि गुना शिवपुरी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की बात कहेंगे तो क्या आप मैदान छोड़ देंगे? इस बात के जवाब में उन्होंने कहा कि भाजपा में पार्टी तय करती कि किसको चुनाव लड़ना है। पार्टी का जो आदेश होगा मेरे लिए वही अंतिम है। केपी यादव से जब पूछा कि सिंधिया के आने के बाद पार्टी में आप की जगह कहां है? इस पर वे बोले कि महाराज के आने के बाद मुझे पार्टी ने कई सारी जिम्मेदारियां दी हैं। मुझे पार्टी ने अपना प्रवक्ता बनाया और रेलवे कमेटी के साथ हेल्थ कमेटी में भी शामिल किया है। ऐसे में एक तरह से मेरा कद बढ़ गया है। जब सिंधिया की एंट्री भाजपा में हुई तो उनके समर्थक एक मंत्री ने मोदी और मुगल नायक में तुलना कर दी थी। इस बात को लेकर यादव ने कहा था कि कुछ लोग भाजपा की परिपाटी को नहीं समझते, शायद उन्हें शामिल करके गलती की गई है।

केपी यादव के संसदीय कार्यकाल को लेकर जब उनसे पूछा कि आपकी उपलब्धि क्या और ऐसा कौन सा काम किया है, जिससे पार्टी कहे है कि आप सिंधिया से बेहतर हैं? इस पर वे बोले कि मैं लगातार क्षेत्र में ग्राउंड तक वर्क कर रहा हूं और मेरे काम का एनालिसिस पार्टी कर रही है। उन्होंने बताया कि देशभर के एम्स हॉस्पिटल में भगवान धन्वंतरि की मूर्ति लगाने का प्रस्ताव उन्होंने दिया है और कई सारी सड़क परियोजनाओं पर भी विकास कार्य की मांग सरकार से की है।

टिकट नहीं मिला तो छोड़ा सिंधिया का साथ
गुना शिवपुरी के सांसद केपी यादव का पूरा नाम कृष्णपाल सिंह यादव है। वे महज 43 वर्ष की उम्र में सांसद बन गए थे। इसके पहले वे सिंधिया के सांसद प्रतिनिधि थे और एक सेल्फी लेने के लिए गाड़ी के आगे खड़े हो जाते थे। बाद में उन्होंने कांग्रेस से ही मुंगावली से विधानसभा चुनाव में टिकट मांगा। यादव ने एक बार बताया था कि उन्हें पहले टिकट देने का आश्वासन दिया गया लेकिन बाद में नहीं दिया। तब वे भाजपा के संपर्क में आए और उन्हें पहले विधानसभा से टिकट मिला, लेकिन वे चुनाव हार गए। तब उन्हें गुना-शिवपुरी क्षेत्र से भाजपा ने लोकसभा का टिकट दिया और उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के ज्योतिरादित्य सिंधिया को हराया।

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